15 मंडलों में बनने हैं ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट

4 करोड़ रुपए का है बजट

45 दिन की ट्रेनिंग अनिवार्य

 

- टू और फोर व्हीलर के साथ दी जाएगी भारी वाहनों को चलाने की ट्रेनिंग

- लखनऊ सहित मंडलों में बनाए जाने हैं ये ट्रेनिंग स्कूल

LUCKNOW:

रोड एक्सीडेंट की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए परिवहन विभाग अब लोगों को ड्राइविंग की ट्रेनिंग देगा। इसके लिए राजधानी में मोटर ट्रेनिंग स्कूल बनाया जाएगा। सड़क सुरक्षा सेल की देखरेख में प्रदेश भर 15 मंडलों में इस तरह के ट्रेनिंग स्कूल बनाए जाने हैं। लखनऊ में बनाए जाने वाले ट्रेनिंग स्कूल के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। यहां ट्रेनिंग लेने वालों को सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। जिसका उन्हें नौकरी में लाभ भ्ाी मिलेगा।

 

हॉस्टल भी बनेगा

15 शहरों में इन इंस्टीट्यूट के निर्माण के लिए 4 करोड़ के करीब का बजट रखा गया है। खास बात यह है कि ये इंस्टीट्यूट जिन शहरों में बनाए जाएंगे, वहां के आसपास के लोग भी इनमें आकर ट्रेनिंग ले सकेंगे। बाहरी लोगों के लिए यहां हॉस्टल की भी सुविधा होगी। पहले चरण में इस सुविधा का लाभ सिर्फ पुरुषों को ही मिलेगा। यहां एडमिशन लेने वालों को कम से कम 45 दिन की ट्रेनिंग करनी होगी.

 

तय होंगे ट्रेनिंग के दिन

यहां वाहन के अनुसार ट्रेनिंग के दिन तय होंगे। टू व्हीलर के लिए कम दिन की ट्रेनिंग होगी, वहीं फोर व्हीलर और बसों के लिए 45 दिन तक का समय दिया जाएगा। मल्टीएक्सेल या फिर हेजडर्स ढोने वाले वाहनों की ड्राइविंग ट्रेनिंग में और भी समय लग सकता है। यहां पर हॉस्टल का खर्च प्रतिदिन के हिसाब से देना होगा.

 

 

जॉब में भी मिलेगी प्रॉयरिटी

परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार हमारे इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग करने वालों की डीएल की फार्मेलिटी यहीं पूरी की जाएगी। साथ ही उन्हें मान्य सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। इस सर्टिफिकेट से लोगों को जॉब में प्राथमिकता भी मिलेगी। अच्छे ड्राइवर के लिए कंपनियां यहां संपर्क भी करेंगी, जिससे प्लेसमेंट के नजरिए से भी इंस्टीट्यूट अच्छा साबित होगा।

 

ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट 15 मंडलों में बनाए जाने हैं। हमारे यहां ट्रेनिंग लेने वालों को सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। राजधानी में ड्राइविंग इंस्टीट्यूट बनाया जाना प्रस्तावित है।

गंगाफल, अपर परिवहन आयुक्त

सड़क सुरक्षा सेल

Posted By: Inextlive