स्टिंग ऑपरेशन से दूरी बना रहे मुखबिर
11 बार सफल स्टिंग करने के बावजूद नहीं मिला बजट
22 लाख रूपये की है देनदारी, स्वास्थ्य विभाग परेशान Meerut। बेटियों को बचाने के लिए शासन तमाम योजनाएं चला रहा है लेकिन भू्रण लिंग परीक्षण के तहत चल रही मुखबिर योजना जैसा मास्टर प्लान शासन की लापरवाही की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है। 11 बार सफल स्टिंग ऑपरेशन करवाने के बावजूद शासन ने जिले के मुखिबरों को पैसा नहीं दिया। योजना के तहत शासन पर करीब 22 लाख की देनदारी हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई बार पत्र भेजे जाने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है। जिसके बाद मुखबिरों ने योजना से ही हाथ खींचने शुरू कर दिए हैं। मुश्किल में फंसी टीम11 सफल स्टिंग ऑपरेशन करने वाली जिले की पीसीपीएनडीटी (प्री कनसेप्शन एंड प्री नेटल डायग्नोस्टिक टेक्निक) टीम की मुश्किलें बढ़ गई हैं। एक ओर मुखबिरों ने योजना से हाथ खींचने शुरू कर दिए हैं। दूसरी ओर साधन न होने की वजह से अब टीम आगे स्टिंग ऑपरेशन नहीं कर पा रही है। ये पहली बार है जब मेरठ की टीम ने 11 सफल ऑपरेशनों में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई थी। विभागाधिकारियों का कहना है कि योजना के लिए बामुश्किल मुखबिर जुटाने पड़ते हैं। करीब एक साल बाद भी शासन ने फंड रिलीज नहीं किया है। ऐसे में विभाग को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
ये है योजना पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत 1 जुलाई 2017 से शासन ने 'मुखबिर योजना' लागू की थी। इस योजना के तहत भू्रण लिंग जांच करने वाले अल्ट्रासाउंट सेंटर्स के सफल स्टिंग ऑपेरशन पर कुल दो लाख रुपये दिए जाते हैं। इसमें अल्ट्रासाउंट सेंटर्स की जानकारी देने वाले मुखबिर को 60 हजार, जबकि मिथ्या ग्राहक के रूप में गई गर्भवती महिला को एक लाख और उसके सहयोगी को 40 हजार रुपये दिए जाते हैं। ये है सजा का प्रावधान स्टिंग ऑपरेशन के दौरान पकड़े गए आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया जाता है। कोर्ट में आरोप सिद्ध होने पर पांच साल कैद और एक लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। डॉक्टर और जांच कराने वाले व्यक्ति चाहे महिला हों या पुरुष दोनों को पांच-पांच साल की कैद और जुर्माना हो सकता है। ये हुए सफल स्टिंग ऑपरेशन 16 नवंबर 2018 मोहिउद्दीनपुर में भ्रूण लिंग परीक्षण का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार। 5 जनवरी 2019 मवाना में चल रहे भ्रूण लिंग परीक्षण का भंडाफोड़, छह गिरफ्तार। 16 जनवरी 2019 भावनपुर में भ्रूण लिंग परीक्षण का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार।3 मार्च 2019
कोतवाली क्षेत्र में भ्रूण लिंग परीक्षण करने वालो का भंडाफोड़, एक गिरफ्तार। 13 जून 2019 मेडिकल क्षेत्र में भ्रूण लिंग परीक्षण का खुलासा, दो गिरफ्तार। हम कई बार शासन को फंड रिलीज करने के लिए पत्र लिख चुके हैं। साल भर की पेंडेंसी है। अभी एक भी किस्त जारी नहीं की गई है। डॉ। राजकुमार, सीएमओ, मेरठ