- स्कूलों में रजिस्ट्रेशन और जेनरेटर शुल्क के नाम पर वसूली

- शिक्षा विभाग के पास पहुंच रही हैं इस तरह की शिकायतें

केस 1- 11 मई को डीआईओएस कार्यालय पर एसएसडी लालकुर्ती की लिखित शिकायत पहुंची है, जिसमें स्कूल पर रजिस्ट्रेशन फॉर्म को दुकान पर रखवाकर बेचने का आरोप लगाया गया है।

केस 2- आरजी इंटर कॉलेज में कुछ छात्राओं ने डीआईओएस कार्यालय पर शिकायत की है, जिसमें लिखा गया है कि उनसे स्कूल ने 400 रुपए जेनरेटर शुल्क वसूला है।

केस 3- एसडी ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज सदर की आठवीं क्लास की छात्राओं ने शिकायत की है। छात्राओं ने यह शिकायत 10 मई को की हैं। स्कूल पर आरोप लगाया है कि वह छात्राओं से जेनरेटर शुल्क वसूलते हैं।

Meerut : सरकारी स्कूलों में बच्चों से अवैध वसूली की शिकायतें विभाग में आए दिन आती रहती हैं, जिनमें बच्चों से किसी न किसी तरीके से अवैध वसूली की जाती है। वैसे तो शासन सरकारी स्कूलों में बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाने के दावे कर रहा है, लेकिन संबंधित सरकारी स्कूल्स खुद ही सरकार के दावों पर पानी फेर रहे हैं।

वसूला जा रहा है जेनरेटर शुल्क

सरकारी स्कूलों में बच्चों से जेनरेटर के नाम पर शुल्क वसूला जा रहा है। स्टूडेंट्स की मानें तो इस शुल्क के लिए उन्हें कोई रसीद तक भी नहीं दी जाती है। स्टूडेंट्स के अनुसार उनसे 300 रुपए से लेकर चार सौ रुपए प्रति दो माह का जेनरेटर शुल्क वसूला जा रहा है। आरती शर्मा ने बताया कि उनकी बेटी आरजी ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज में पढ़ती है, उससे जेनरेटर के नाम पर चार सौ रुपए मांगे गए हैं।

रजिस्ट्रेशन के नाम पर भी शुल्क

कुछ स्कूलों में तो रजिस्ट्रेशन के नाम पर ही शुल्क वसूला जा रहा है। स्कूलों में रजिस्ट्रेशन के नाम पर दस रुपए से लेकर 80 रुपए तक वसूले जा रहे हैं। अभिभावकों के अनुसार स्कूल्स बराबर की दुकानों पर फॉर्म रखवाकर बिकवा रहे हैं। अरुण सिंह बताते हैं कि उनके बेटे ने एसडी लालकुर्ती स्कूल के बराबर की दुकान से रजिस्ट्रेशन फॉर्म 60 रुपए का खरीदा है।

बचने के बहाने

स्कूलों पर लगाए हुए इन आरोपों से स्कूल बचने के बहाने निकाल रहे हैं। कुछ प्रिंसिपल्स का यह कहना है कि वह जेनरेटर शुल्क ले ही नहीं रहे हैं। वहीं कुछ का कहना है कि वह बच्चों से जेनरेटर के लिए इतने ज्यादा पैसे नहीं ले रहे हैं, जिनसे उनके पेरेंट्स का जेब खर्च बढ़े। रजिस्ट्रेशन शुल्क के बारे में उनका कहना है कि वह दुकानदार को फॉर्म बेचने के लिए नहीं कह रहे हैं, बल्कि दुकानदार खुद ही हमारे फॉर्म डाउनलोड कर बेच रहे हैं।

क्या कहते हैं स्कूल

हमारे स्कूल में रजिस्ट्रेशन फॉर्म नहीं बेचे जा रहे हैं। दुकानदार पता नहीं कहा से फॉर्म लाकर बेच रहे हैं।

-बीबी सिंह, प्रिंसिपल, एसएसडी लालकुर्ती

बच्चों से ज्यादा शुल्क नहीं लिया जा रहा है। थोड़ा बहुत ही शुल्क लिया जा रहा है। इससे पेरेंट्स को ज्यादा नुकसान नहीं है।

-पूनम, सीनियर टीचर, एसडी ग‌र्ल्स सदर

हमने जेनरेटर का शुल्क नहीं लिया है। जो बच्चे ऐसा कह रहे हैं शायद वो अनुशासनहीन बच्चे होंगे।

-रजनी शंखधार, प्रिंसिपल, आरजी इंटर कॉलेज

कुछ स्कूलों की शिकायत आई है, ऐसे स्कूलों से संबंधित जांच चल रही है। दोषी पाए जाने पर संबंधित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

-श्रवण कुमार यादव, डीआईओएस

Posted By: Inextlive