- एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में दीक्षांत समारोह का आयोजन

- एक घंटे लेट पहुंचे राज्यपाल, देर से शुरू हुआ कार्यक्रम

-मुख्य अतिथि रहे बोरलॉग इंस्टीट्यूट दिल्ली के महानिदेशक

Meerut: सरदार वल्लभ भाई पटेल एग्रीकल्चर एंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी में सातवां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। राज्यपाल के एक घंटे लेट होने के कारण कार्यक्रम लेट शुरू हुआ। प्रोग्राम में पहुंचे राज्यपाल और मुख्य अतिथि ने पास आउट स्टूडेंट्स को पदक डिस्ट्रीब्यूट किए। हर बार की तरह इस बार भी ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स ने बाजी मारी। साथ ही यूनिवर्सिटी के वीसी और रजिस्ट्रार ने सभी स्टूडेंट्स को बधाई दी।

यह रहा दीक्षांत समारोह

एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में सोमवार को राज्यपाल कुलाधिपति राम नाईक मेडल व डिग्री डिस्ट्रीब्यूट करने पहुंचे। इनके साथ ही मुख्य अतिथि के रूप में डॉ। हरि शंकर गुप्त महानिदेशक बोरलॉग इंस्टीट्यूट फॉर साउथ एशिया नई दिल्ली भी मौजूद रहे। शोभा यात्रा के साथ ही दीक्षांत समारोह शुरू हुआ। जिसमें यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ। सीएस प्रसाद ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। जिसमें ख्ख्क् स्टूडेंट्स को डिग्री व मेडल प्रदान किए गए।

इनको मिले मेडल

दीक्षांत समारोह में एक कुलाधिपति गोल्ड मेडल, दो कुलपति गोल्ड, दो कुलपति ब्रांज मेडल व दो कुलपति सिल्वर मेडल दिए गए। बीटेक ख्0क्0 के स्टूडेंट अतुल मिश्रा को कुलाधिपति गोल्ड मेडल दिया गया। इसके साथ ही बीएससी एजी की चंदा कुमारी व आदित्य गुसाई को कुलपति गोल्ड मेडल, प्रकृति तोमर व आस्था शर्मा को कुलपति सिल्वर मेडल और मृत्युंजय पांडेय व नुपुर श्रीवास्तव को कुलपति ब्रांज मेडल दिए गए। मेडल डिस्ट्रीब्यूशन के बाद स्टूडेंट्स को डिग्रियां प्रदान की गई।

तकनीकी को खेतों तक पहुंचाएं

दीक्षांत समारोह में अतिथियों ने कृषि को लाभकारी व्यवसाय बनाने की जरूरत पर जोर देते हुए कृषि तकनीकी को खेतों तक पहुंचाने को एग्रीकल्चर ग्रेजुएट का आह्वान किया। कार्यक्रम करीब एक घंटे देर से शुरू हुआ। जहां वंदेमातरम व मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन से कार्यक्रम की शुरूआत हुई। यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर हरिशंकर गौड़ ने दीक्षांत की रिपोर्ट पेश करते हुए यूनिवर्सिटी की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। इसके बाद मौजूद सभी स्टूडेंट्स को डिग्री के लिए दीक्षा दी गई।

इनको मिली मानद उपाधि

राज्यपाल राम नाईक ने सात ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स और तीन ब्वॉयज स्टूडेंट्स को अपनी क्लास में शीर्ष स्थान हासिल करने पर मेडल दिया। मुख्य अतिथि रहे बोरलॉग इंस्टीट्यूट के महानिदेशक डॉ। हरिशंकर गुप्त को विज्ञान में डीएससी की मानद उपाधि प्रदान की गई। डॉ। गुप्त ने अपने दीक्षांत भाषण में कृषि को लाभकारी व सम्मानित व्यवसाय बनाने की जरूरत पर जोर दिया। साथ ही बढ़ती आबादी को देखते हुए खाद्यान उत्पादन बढ़ाने की बात कही। राज्यपाल राम नाईक ने दीक्षा उपदेश देते हुए स्टूडेंट्स को जीवन में सफल होने के सूत्र बताए। इस अवसर पर सांसद राजेंद्र अग्रवाल, सीसीएसयू के वाइस चांसलर वीसी गोयल, डीएम पंकज यादव, नगर पंचायत अध्यक्ष मनिंदर पाल सिंह, नगर आयुक्त अब्दुल समद सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

----------

लड़कियों ने हासिल किया मुकाम

इस दीक्षांत में भी लड़कियों ने बाजी मारी। मेडल पाने वाली चारों ग‌र्ल्स अपने भाई बहनों में सबसे बड़ी हैं। जिनके मां-बाप बेटे और बेटी में कोई भेदभाव नहीं करते। बीएससी एजी में गोल्ड मेडल पाने वाली चंदा कुमारी शादी के बाद भी पढ़ाई कर रही है। चंदा के पति उसको पढ़ाई से रोकते नहीं बल्कि उसे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। दीक्षांत में चंदा के पति भी मौजूद रहे। बीएससी एजी में सिल्वर मेडल पाने वाली प्रकृति तोमर और बीटेक बायोटेक्निकोलाजी में सिल्वर मेडल पाने वाली नुपुर श्रीवास्तव अपने परिवार में सबसे बड़ी हैं।

-------

झेलनी पड़ी परेशानी

एक तरफ दीक्षांत समारोह में आए राज्यपाल को लेकर सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर रखी थी। वहीं इस सुरक्षा व्यवस्था के कारण लोगों को समस्या झेलनी पड़ी। दिल्ली-देहरादून हाइवे को रोक दिया गया। इसके बाद शहर में भी आने वाली बड़ी गाडि़यों को शाम के समय राज्यपाल के के कारण रोक दिया गया। जो चैंबर में व्यापारियों के साथ बातचीत कर रहे थे। जिन लोगों को रोडवेज बस से शहर में दिल्ली रोड से आना था उन्हें बिजली बंबा बाईपास से होकर शहर में जाना पड़ा। जागरण चौराहे पर पुलिस की खासी सख्ती नजर आई। जहां एक भी बस अंदर नहीं जाने दी गई।

Posted By: Inextlive