RANCHI: राजधानी में सफाई व्यवस्था सुधारने को लेकर रांची नगर निगम रेस है। कचरे के डिस्पोजल को लेकर भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं कई जगहों पर वेस्ट टू कंपोस्ट मशीनें भी लगाई जा रही हैं। ऐसे में अब पार्को से निकलने वाले वेस्ट के डिस्पोजल के लिए दो ग्रीन वेस्ट री-प्रोसेसिंग मशीन लगाई जाएंगी। इसमें पार्क से निकलने वाले घास, पत्ते और पौधों की टहनियों को क्रश कर खाद तैयार किया जाएगा, जिसका उपयोग पौधों और अन्य चीजों में फर्टिलाइजर के रूप में किया जा सकेगा। 47,96,000 रुपए की लागत से रांची के पार्को में दो मशीन इंस्टाल कराने के लिए फंड की स्वीकृति राज्यसभा सांसद मुख्तार अब्बास नकवी ने दी है। बताते चलें कि मेयर आशा लकड़ा ने पार्को में वेस्ट टू कंपोस्ट मशीन लगाने के लिए सांसद को पत्र लिखा था।

पार्क में ही वेस्ट डिस्पोजल

राजधानी में दर्जनों पार्क हैं। लेकिन कुछ को छोड़कर अधिकतर में वेस्ट के डिस्पोजल की कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में मशीन लगाए जाने से वेस्ट का डिस्पोजल आसान हो जाएगा। इसमें डेढ़ टन की डिस्पोजल मशीन 28,76,000 में लगाई जाएगी। जबकि 500 केजी की दूसरी मशीन की लागत 19,20,000 रुपए आएगी। ये मशीनें दिल्ली की क्लिन इंडिया वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड इंस्टाल करेगी। ऐसे में हर दिन पार्क का कचरा वहीं डिस्पोज करते हुए उससे खाद तैयार होगा। इसे मार्केट में भी सस्ती दर पर बेचा जा सकता है।

बस टर्मिनल, मधुकम व डेली मार्केट चिन्हित

भीड़-भाड़ वाले इलाकों में कचरा भी अधिक निकलता है। इसी के तहत राजधानी के बिरसा मुंडा बस टर्मिनल, मधुकम सब्जी मंडी और डेली मार्केट में भी बड़ी मशीनें लगाने की नगर निगम की योजना है। जहां पर मशीन लगाने के लिए शेड बनाने का काम भी किया जाना है। इसके बाद मशीन इंस्टालेशन कराया जाएगा।

150 जगहों पर वेस्ट टू कंपोस्ट

सिटी में कचरे के सोर्स पर ही डिस्पोजल की व्यवस्था भी रांची नगर निगम कर रहा है। सिटी के बल्क गारबेज जेनरेटर्स को अपने कैंपस में ही वेस्ट टू कंपोस्ट मशीन लगाने को कहा गया है। ऐसे में सिटी के कई होटलों में मशीन लगाने का काम भी हो चुका है। अब सिटी के ऐसे ही 150 जगहों पर वेस्ट टू कंपोस्ट लगाने की योजना है ताकि वेस्ट का डिस्पोजल सोर्स पर ही हो सके। ऐसे में कम मात्रा में कचरा डंपिंग यार्ड भेजा जाएगा। जिससे कि डंपिंग यार्ड पर लोड कम हो जाएगा।

वर्जन

शहर को साफ और स्वच्छ बनाने के लिए हमलोग काम कर रहे हैं। कचरे के डिस्पोजल को लेकर बड़ी समस्या है। ऐसे में हमने सांसद महोदय को प्रस्ताव दिया था। इस पर उन्होंने अपनी मंजूरी पहले ही दे दी थी। अब इसके लिए फंड भी सैंक्शन कर दिया गया है। जल्द ही मशीन लगाने का काम कंपनी करेगी। इसके बाद वेस्ट को प्रोसेसिंग करके खाद बनाया जा सकेगा। इससे कोई भी कचरा बर्बाद नहीं होगा।

आशा लकड़ा, मेयर, रांची

Posted By: Inextlive