पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ग्रेग चैपल और टीम इंडिया के कोच ग्रेग चैपल का आज 71वां जन्मदिन है। बतौर टीम इंडिया कोच चैपल काफी विवादों में रहे थे। भारतीय कप्तान सौरव गांगुली के साथ उनकी अनबन तो सामने भी आ गई थी।


कानपुर। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ी माने जाने वाले ग्रेग चैपल आज 71 साल के हो गए हैं। तकरीबन 15 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने वाले चैपल रिटायरमेंट के बाद ही काफी चर्चा में रहे। चैपल को 2005 में दो साल के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का कोच बनाया गया। उस वक्त टीम इंडिया के कप्तान सौरव गांगुली थे। चैपल और गांगुली के बीच इतना विवाद हुआ कि दोनों खुलकर सामने आए। यही नहीं चैपल ने सचिन तेंदुलकर को लेकर भी उस वक्त काफी कुछ बोला था।चैपल ने गांगुली को टीम में रखने से कर दिया था मना


2005 में भारतीय क्रिकेट टीम के कोच बनते ही चैपल की सबसे पहले लड़ाई सौरव गांगुली से हुई। दोनों ही अपने समय के बेहतर खिलाड़ी रहे, लेकिन जब ड्रेसिंग रूम शेयर करने की बात आई, तो गांगुली-चैपल के बीच कभी पटरी नहीं खाई। मिडडे की रिपोर्ट के मुताबिक, उस वक्त भारतीय टीम जिंबाब्वे दौरे पर गई थी। पहला टेस्ट खेला जाना था, कि उससे ठीक एक दिन पहले कप्तान सौरव गांगुली ने कोच ग्रेग चैपल से पूछा कि, युवराज और कैफ में किसको टीम में खिलाया जाए। चैपल ने कहा कि दोनो खेलेंगे और तुम बाहर रहोगे। चैपल की यह बात सुन गांगुली काफी हैरान रह गए थे। उन्होंने सीरीज छोड़ने का मन बना लिया था। तभी चैपल ने बीसीसीआई को एक लेटर भेजा कि, गांगुली कप्तानी के लिए न ही शारीरिक और न मानसिक रूप से फिट है। यह लेटर मीडिया में लीक होते ही काफी बवाल हुआ।चैपल ने खराब किया था टीम का माहौल

कहा जाता है कि इस विवाद का असर सौरव गांगुली के करियर पर पड़ा। चैपल गांगुली को टीम में नहीं रखना चाहते थे। टीम के अन्य सदस्य भी इस बात से वाकिफ थे। सचिन से लेकर द्रविड़ और सहवाग तक कई सीनियर खिलाड़ी उस टीम में मौजूद थे और सभी को चैपल की तानाशाही पसंद नहीं आ रही थी। सचिन ने अपनी आत्मकथा प्लेइंग इट माय वे इस विवाद का जिक्र भी किया। अपनी किताब में सचिन तेंदुलकर ने लिखा कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच ग्रेग चैपल एक रिंग मास्टर की तरह काम करते थे। वह टीम के अन्य सदस्यों पर अपनी राय थोपते थे। खैर विवादित रहे गुरु ग्रेग चैपल का कोचिंग करियर ज्यादा लंबा नहीं टिका। साल 2007 में उन्हें भारतीय कोच पद छोड़ना पड़ा और उनकी जगह गैरी किस्टर्न आए। जिनके कार्यकाल में ही भारत ने 2011 वर्ल्डकप जीता था।शोएब अख्तर ने खोला राज, 'खराब पैर' के साथ खेला था 2003 वर्ल्डकप इसलिए हारे थे भारत सेऐसा रहा है इंटरनेशनल करियरचैपल ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 87 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 53.86 की औसत से 7110 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 24 शतक और 31 अर्धशतक निकले। टेस्ट में उनका हाईएस्ट स्कोर 247 रन है। वहीं वनडे क्रिकेट की बात करें तो चैपल के नाम 74 मैचों में 2331 रन दर्ज हैं इसमें तीन शतक अौर 14 अर्धशतक शामिल हैं।टेस्ट में पांचों दिन बल्लेबाजी करने वाले ये हैं 10 बल्लेबाज, इसमें 3 भारतीय भी

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari