बात घर में शादी की हो तो हर कोई अपनी उमंग में नजर आता है। अब जब हर कोई उमंग में हो तो दूल्‍हा और दुल्‍हन के मन की हिलोरों को भला क्‍या कहना। अब यहां रुकने की जरूरत है क्‍योंकि इसी उमंग में कई बार कई बड़ी गल्‍तियां भी हो जाती हैं। जैसा कि यहां बारात लेकर आए दूल्‍हे के साथ हुआ। दरअसल ये किस्‍सा है उत्‍तर-प्रदेश के मैनपुरी जिले का। दूल्‍हे को उसकी खुशियां उस समय भारी पड़ गईं जब उसकी होने वाली दुल्‍हन ने उसको बारात समेत बैरंग वापस कर दिया।


ऐसी है जानकारी उत्तरप्रदेश के मैनपुरी जिले में किशनी थाना क्षेत्र के ग्राम गुलरियापुर में एक दुल्हन ने अपनी बारात को सिर्फ इसलिए वापस लौटा दिया क्योंकि दूल्हा अपनी दुल्हन के आसान से सवालों का जवाब नहीं दे सका। पूरे मामले पर गौर करें तो सामने आता है कि ग्राम गुलरियापुर में श्रीकृष्ण बाबू सक्सेना की बेटी खुशबू की शादी औरेया जनपद के ग्राम सरैया निवासी ओमवीर पुत्र राजेंद्र सिंह चौहान संग  तय हुई थी। जब दरवाजे पर पहुंची बारात
ये बात बीते मंगलवार की रात की है। इस रात ओमवीर बारात लेकर गुलरियापुर पहुंचे। बारात के मौके पर पहुंचने पर लड़की वालों ने बारातियों की काफी खातीरदारी की। इसके बाद बैंडबाजों के साथ बारात दुल्हन के दरवाजे पर पहुंची। दरवाजे पर शादी की पहली रस्म अभी शुरू ही हुई थी। मंडप पर बैठक पंडितजी ने मंत्रोच्चारण शुरू कर दिया। इतने में अचानक से ये क्या हुआ कि दूल्हे के हावभाव ही बदल गए।ऐसे देखे दूल्हे के हावभाव


दूल्हे के हावभाव लोगों को अटपटे लगे। पंडितजी ने मंडप के नीचे दूल्हे से आचमन करने के लिए कहा तो दूल्हा ऐसा नहीं कर पाया। कुछ ही देर में यह बात दुल्हन तक भी पहुंच गई। इतने में सहेलियों को लेकर दुल्हन दरवाजे की तरफ बढ़ी, तो मां ने पहले तो उसको रोकने की कोशिश की, लेकिन दुल्हन नहीं मानी और सीधे दूल्हे के पास दरवाजे पर पहुंच गई। फिर क्या था मौका देखकर घरवाले भी दुल्हन का साथ देने लगे। ये भी न कर सका दूल्हा वहां मौजूद सभी ने दूल्हे को मंदबुद्धि बताया। घरवाले भी शादी का विरोध करने लगे। अब मौके की नजाकत को देखकर वहां मौजूद लोगों ने दूल्हे का टेस्ट लेने का प्रस्ताव सामने रखा, तो दूल्हा पक्ष इसपर तैयार हो गया। इतने में दुल्हन ने सवाल पूछने शुरू किए। दुल्हन ने पहला सवाल ही पूछा कि 69 और 79 में कौन सी संख्या बड़ी है। दूल्हे ने कोई जवाब नहीं दिया। दुल्हन ने फिर अपना मोबाइल नंबर डायल करने को कहा। दूल्हा ये भी नहीं कर सका। खुशबू के पिता ने बताया ऐसा

इसके बाद दुल्हन ने उसे एक और मौका दिया। उसे पंडित जी के पास मौजूद 66 रुपये की रेजगारी दी गई, तो वह सिर्फ 9 तक गिन पाया। फिर क्या का खुशबू ने उससे शादी करने से साफ मना कर दिया और बारात को लौटा दिया। फिलहाल खुशबू के इस फैसले से गांव के लोग खुश हैं। इतना ही नहीं उसके पिता ने भी बेटी से माफी मांगी और कहा कि उन्होंने गलत लड़के से उसकी शादी तय कर दी थी। इसके बाद उन्होंने बताया कि रिश्ता तय कराने वालों ने कभी उन्हें ओमवीर से नहीं मिलवाया। उधर, शादी में पहुंचे मेहमानों ने बताया कि खुशबू ने 8वीं तक पढ़ाई की है और वह टीचर बनना चाहती है।inextlive from India News Desk

Posted By: Ruchi D Sharma