-भू-जल संसाधन प्रबंधन की रिपोर्ट ने मेरठ के लिए खड़े किए सवालिया निशान

- जनपद के खरखौदा व माछरा समेत चार ब्लॉक पहुंचे क्रिटिकल जोन में

Meerut: दिनों-दिनों घटते भूजल स्तर ने मेरठ को रेड जोन में लाकर खड़ा कर दिया है। खतरे के निशान से नीचे पहुंच चुके जल स्तर को लेकर शासन ने जनपद के चार ब्लॉकों को क्रिटिकल जोन घोषित कर दिया है, हालांकि पिछले साल तक क्रिटिकल जोन में केवल दो ही ब्लॉक को रखा गया था, लेकिन भू-जल संसाधन प्रबंधन की रिपोर्ट ने एक और ब्लॉक को और क्रिटिकल जोन घोषित कर गिरते जल स्तर पर चिंता व्यक्त की है।

एक डार्क और तीन बने क्रिटिकल

शासन ने मेरठ जिले के तीन ब्लॉक खरखौदा, माछरा, मेरठ और परीक्षितगढ़ को क्रिटिकल जोन घोषित किया है। जबकि रजपुरा को डार्क जोन घोषित किया गया है। दौराला और हस्तिनापुर को सेमी क्रिटिकल जोन में रखा गया है। यही नहीं शासन ने सख्ती दिखाते हुए इन ब्लॉकों में ट्यूबवेल लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

क्या है मानक

भू-जल संसाधन के अनुसार भूजल स्तर को तीन केटेगिरी में रखा जाता है। इन्हें डार्क जोन यानी अति-दोहित, क्रिटिकल व सेमी क्रिटिकल जोन के रूप में कैटेगराइज किया जाता है। डार्क जोन में उन ब्लॉक को शामिल किया गया है, जिन में तादात से अधिक भूजल का दोहन किया चुका है और जमीन एक भी नलकूप का बोझ सहन नहीं कर सकती। वहीं क्रिटिकल जोन में शामिल ब्लॉक डार्क जोन के मुहाने पर खड़े माने गए हैं, इसलिए इस इसको भी डेंजर जोन में शामिल किया गया है। सेमी क्रिटिकल जोन में खतरा अभी अपनी शुरुआती दौर में है, हालांकि इसको डेंजर जोन में नहीं रखा गया है।

ट्यूबवेल को नहीं मिलेगा कनेक्शन

भू-जल संसाधन आंकलन की रिपोर्ट के अनुसार अब डार्क जोन वाले ब्लॉक में नई ट्यूबवेल को कनेक्शन नहीं दिया जा सकेगा। इसके लिए शासन ने लघु सिंचाई और बिजली विभाग को पत्र भेजते हुए सख्त निर्देश दिए हैं कि शासनादेश के अनुपाल में इन ब्लॉक में न तो कोई सरकारी नलकूप स्थापित किया जाए और न ही किसी गैर सरकारी नलकूप को बिजली का कनेक्शन जारी किया जाए।

क्या कहती है सर्वे रिपोर्ट --

कुल ब्लॉक -- 820

डार्क जोन -- 111

क्रिटिकल -- 68

सेफ जोन -- 559

संकट में 179 ब्लॉक

बॉक्स --

जनपद -- मेरठ

आबादी -- बीस लाख

गांव -- 663

ब्लॉक -- 12

शहर में जनसंख्या - 49 फीसदी

वार्षिक वर्षा का जल स्तर -- 741.30 एमएम

कुल एग्रीकल्चरल लैंड - 203350 हेक्टेयर

कुल तालाब -- 3062

कुल नलकूप -- 55000

शासन ने डार्क जोन में नई ट्यूबवेल देने से मना कर दिया है। ऐसे मेरठ में छह ब्लॉकों की स्थिति काफी खराब है। बिजली विभाग को भी कनेक्शन देने से मना कर दिया गया है।

विश्राम यादव, एसई, लघु सिंचाई विभाग

डार्क जोन में प्राइवेट ट्यूबवेल को कनेक्शन देने पर प्रतिबंध है। भूजल स्तर को लगातार गिराना अच्छा संकेत नहीं है। शासनादेश का अनुपालन किया जा रहा है।

अभिषेक प्रकाश, एमडी पीवीवीएनएल

Posted By: Inextlive