>RANCHI: ब्यूटी क्वीन बनाने व मॉडलिंग के नाम पर इन दिनों धोखाधड़ी जोरों पर है। कान्टेस्ट के जरिए बड़े-बड़े सपने दिखाकर इनकी आड़ में कई यूथ की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा चुका है। सिटी में हाल ही में हुई धोखाधड़ी के खुलासे के बाद यूथ और पैरेंट्स अब अलर्ट हो रहे हैं। इस मुद्दे पर आई नेक्स्ट की ओर से गुरुवार को एसएस मेमोरियल कॉलेज में पाठक मंच का आयोजन किया गया, जहां स्टूडेंट्स और फैकल्टीज ने अपनी-अपनी राय शेयर करते हुए अलर्ट रहने और भटकाव से बचने की अपील की।

पूरी जानकारी के बिना न करें पार्टिसिपेट

इस तरह के प्रोग्राम तो सिटी में हर दूसरे-तीसरे दिन एंटरटेनमेंट के नाम पर होते हैं। लेकिन, जब बात एंटरटेनमेंट के बाद कमिटमेंट की आती है, तो अक्सर ऐसे मामले सामने आते हैं, जैसा प्रिया झा के साथ हुआ। इसलिए बिना जानकारी के हम सबको इन कान्टेस्ट में शामिल नहीं होना चाहिए।

-सपना दुबे, स्टूडेंट

पैरेंट्स की राय जरूर लें

अगर आपके सामने ब्यूटी व मॉडलिंग कान्टेस्ट का ऑफर आता है, तो सबसे पहले वेब पर जाकर संबंधित कंपनी की जांच करें। बिना संतुष्ट हुए आगे कदम ना बढ़ाएं। अक्सर बच्चे शो बिजनेस के बहकावे में आ जाते हैं, इसलिए ये जरूरी है कि इन मामलों में पैरेंट्स की राय जरूर लें।

-डा। रेणु कुमारी, फैकल्टी

कंपनी रजिस्ट्रेशन की करें जांच

इस तरह के कान्टेस्ट में भाग लेना गलत नहीं मानती हूं, लेकिन आयोजन कराने वाली संस्था कितनी ऑथेंटिक है, हर बात उसी पर निर्भर करती है। यूथ थोड़े समय में ज्यादा सक्सेस पाने की लालच में आ जाते हैं, जो उनकी परेशानी का कारण बनता है। कंपनी के रजिस्ट्रेशन के साथ आयोजकों की जानकारी लें तभी आगे बढ़े।

-डा। श्वेता सिंह, फैकल्टी

अलर्ट रहना बेहद जरूरी

आयोजक अक्सर अपने फायदे के लिए ऐसे शोज का आयोजन करते हैं और निकल लेते हैं। ऐसे में कई बार कंटेस्टेंट्स के साथ भी गलत होने की आशंका होती है। सतर्कता बरतने में ही भलाई है, ताकि कोई गलत फायदा ना उठा सके। क्योंकि अधिकतर लोग कमजोर कड़ी को आंकते हैं, फिर उसी का फायदा उठाते हैं।

प्रेम कुमार, स्टूडेंट

पुलिस-प्रशासन भी रहे अलर्ट

लगातार ऐसे मामलों को देखा जा रहा है, जहां ब्यूटी व मॉडलिंग जैसे इवेंट्स की आड़ में गलत काम को अंजाम दिया जाता है। ऐसे में इसमें करियर बनाने वालों को भी निराशा होगी और यूथ सेक्शन में गलत मैसेज चला जाएगा। यह जरूरी है कि इन मामलों को रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन भी सतर्क हो। यूथ भी ऐसे कान्टेस्ट में इनवॉल्व होने से पहले घर से लेकर दोस्तों और अपने टीचर्स से जरूर राय लें।

आनंद ठाकुर, फैकल्टी

सोच-समझ कर आगे बढ़ें यूथ

बिना किसी जांच पड़ताल और जरूरी जानकारी जुटाए इस तरह के आयोजन में पड़ना ही नहीं चाहिए। जब किसी के साथ इस क्षेत्र में गलत हो जाता है, तब वही नहीं उसके साथ जुड़े लोग भी प्रभावित होते हैं। इसलिए इन मामलों में बहुत ही सोच समझ कर और सावधानी पूर्वक ही आगे बढ़ने में भलाई है। इससे खुद की और खुद के आत्मविश्वास को बचाया जा सकता है।

-सम्राट नवनीत, स्टूडेंट

गंभीर मामला है, सतर्कता की जरूरत

यह बहुत ही गंभीर मामला है, क्योंकि ऐसा काफी बड़े पैमाने पर किया जा रहा। ब्यूटी कान्टेस्ट के नाम पर आगे बढ़ने के वादे तो जरूर किए जाते हैं लेकिन आयोजन खत्म होते ही रेस्पॉन्स तो दूर लोग पहचानने से भी इनकार कर देते हैं। अक्सर पैसे जमा कराने के नाम पर फोन कॉल्स भी आते हैं, ये सब इसी कड़ी में आते हैं, इसलिए पैसे लगाने में भी काफी अलर्ट रहने की जरूरत है।

-संदीप कुमार साहू, स्टूडेंट

रहें सतर्क, धोखे में न आयें यूथ

इस तरह के अधिकतर कान्टेस्ट का अंजाम ऐसा ही देखने को मिलता है। छोटे स्तर पर शोज और कई आयोजन तो हो जाते हैं लेकिन उसका रिजल्ट कुछ नहीं होता। इसी धोखे में कंटेस्टेंट सिर्फ इंतजार करते रह जाते है। लाख कोशिशों के बाद उन्हें जीरो रेस्पॉन्स मिलता है और आखिरकार उन्हें निराशा हाथ लगती है।

हरिंद्र प्रजापति, स्टूडेंट

सही और फर्जी की करें पहचान

ऐसी धोखाधड़ी के उजागर होने पर अब किसी पर भी भरोसा करना मुश्किल हो गया है। प्राइवेट सेक्टर में करियर मेकिंग में कई चुनौतियों को स्वीकार करना पड़ता है और गारंटी ना होने की वजह से अक्सर यंगस्टर धोखे और ठगी के शिकार हो जाते हैं। क्योंकि उन्हें खुद को नहीं पता होता है कि कौन सी संस्था सही और प्रमाणित हैं और कौन सी फर्जी।

रुपाली प्रमाणिक,स्टूडेंट

सही-गलत का जजमेंट जरूरी

इवेंट कंपनी की इन दिनों बौछार लगी हुई है। कई आयोजन भी होते हैं, जिसके जरिए बड़े-बड़े वादे करने के साथ सपने भी दिखाए जाते हैं। हमें खुद से जज करना होगा कि क्या सही है और क्या गलत है। बेहतर होगा कि उससे जुड़ी सारी जानकारियां जुटाई जाएं।

नम्रता राज, स्टूडेंट

फ्रॉड कर रहे लोगों को मिले कड़ी सजा

कान्टेस्ट के नाम पर फ्रॉड कर रहे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिले, ताकि वे दुबारा किसी टैलेंट को ठेस पहुंचाने की बात सोचने से भी डरे। अगर ऐसा ही जाल बिछता रहा तो यूथ के विकास का स्तर गिरेगा। कोई भी यूथ नई करियर ऑपरच्यूनिटी को अपनाने से पहले डर की भावना से ग्रस्त हो जाएगा।

-मनीषा गुप्ता, स्टूडेंट

Posted By: Inextlive