- एजुकेशन सिस्टम सुधारने को शुरू किया प्रिंसिपल अवार्ड सिस्टम

- डीआईओएस ने बनाया स्कूलों को सुधारने का प्लान

- पंचांग के अनुसार सिलेबस पूरा करने का निर्देश

Meerut : शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में बच्चों की एजुकेशन में रुचि बढ़ाने की प्लानिंग की है। डीआईओएस ने होमवर्क से जी चुराने वाले बच्चों के लिए होमवर्क सिस्टम में रोचक बदलाव किया है, जिसके चलते अब स्कूलों में होमवर्क क्लब बनाने का फैसला किया गया है। शिक्षा विभाग के इस नए बदलाव से यकीनन एजुकेशन सिस्टम में बदलाव आएगा और बच्चों में होमवर्क को लेकर बोरियत खत्म होगी।

होमवर्क क्लब होगा रोचक

डीआईओएस श्रवण कुमार यादव ने सरकारी स्कूलों को होमवर्क क्लब बनाने का निर्देश दिया है। स्कूलों में अब क्लास वाइज पांच से सात बच्चों का एक गु्रप बनाने को कहा गया है। इस गु्रप को होमवर्क क्लब का नाम दिया जाएगा। इस क्लब में आसपास रहने वाले स्टूडेंट्स का ग्रुप बनाया जाएगा। टीचर्स को अब इन क्लब के स्टूडेंट्स को होमवर्क के साथ ही किसी एक विशेष टॉपिक पर अलग से ग्रुप होमवर्क देना होगा, जिसे स्टूडेंट्स आपस में एक दूसरे से हेल्प लेकर समझदारी से करेंगे। डीआईओएस के अनुसार इससे बच्चों का आईक्यू लेवल सामने आएगा। इसके साथ ही बच्चों में होमवर्क की बोरियत को भी दूर किया जाएगा। जिस क्लब ने अच्छा काम किया हो उसे सम्मानित करने का भी आदेश जारी किया गया है। डीआईओएस ने कांवड़ यात्रा की छुट्टी के बाद बदलाव को लागू करने की हिदायत दी है।

शैक्षिक पंचांग से कराएं पढ़ाई

डीआईओएस ने स्कूलों को यह भी निर्देश दिया है कि वह जारी शैक्षिक पंचांग के हिसाब से ही बच्चों को सिलेबस पूरा कराएं। पंचांग में दिए मंथ वाइज बांटे गए सिलेबस के अनुसार ही स्कूल बच्चों को कोर्स पूरा करवाएं। उसी के हिसाब से एग्जाम व कार्यो की समीक्षा की जाए। डीआईओएस ने कहा है अगर स्कूल इस पंचांग के विरुद्ध जाकर अपनी मनमर्जी से काम कराते हैं तो उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मिलेगा प्रिंसिपल अवार्ड

डीआईओएस ने प्रिंसिपल्स को भी प्रेरित करने के लिए एक नई मुहिम शुरू की है, जिसके अनुसार अब जनपद स्तर पर पहली बार प्रिंसिपल अवार्ड कार्यक्रम शुरू किया गया है। सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल द्वारा सुधार के किए गए कार्यो का अब रिकॉर्ड रखा जाएगा। शिक्षा के क्षेत्र आगे रहने वाले प्रिंसिपल्स को सम्मानित करने का भी फैसला डीआईओएस ने किया है। प्रिंसिपल्स को अपने स्कूल में सुधार के साथ ही क्लास में पढ़ाने वाले टीचर्स के औचक निरीक्षण करने व टीचर्स का टेस्ट लेने के निर्देश दिए हैं। जिसके तहत प्रिंसिपल्स को यह देखना होगा कि क्या उनके स्कूल में जो टीचर्स पढ़ा रहे हैं, वो बच्चों को समझ भी आ रहा है। रिजल्ट के अनुसार व शिक्षा में सुधार व अन्य एक्टिविटी के आधार पर आगे रहने वाले स्कूलों के प्रिंसिपल को अब प्रिंसिपल अवार्ड दिया जाएगा।

बच्चों में होमवर्क के प्रति रोचकता लाने के लिए ही ऐसा महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। स्कूलों को जल्द से जल्द सभी क्लास वाइज स्टूडेंट के होमवर्क क्लब बनाने का निर्देश दिया गया है। इससे बच्चों में भी होमवर्क के प्रति रुचि बढ़ेगी।

-श्रवण कुमार यादव, डीआईओएस

Posted By: Inextlive