गुजरात का गोधरा साबरमती एक्सप्रेस कांड में आए हाईकोर्ट के फैसले को लेकर चर्चा में बना है। कोर्ट ने इस मामले में 11 दोषि‍यों की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदल द‍िया है। गोधरा हमेशा से लोगों की जुबान और द‍िलो द‍िमाग में रहा है। इसे गायों की धरती भी कहा जाता है। इत‍िहास में भी इसका व‍िशेष स्‍थान रहा है। आइए जानें गोधरा की ये 5 बातें...

गाय चरने आती थीं
गोधरा गुजरात के पंचमहल जिले में एक नगर पालिका है। यहीं पर पंचमहल जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है। गोधरा को लेकर मान्याता है कि गो शब्द का अर्थ गाय है और धरा शब्द का अर्थ जमीन है। इसलिए इसे प्राचीन काल से गाय की भूमि कहा जाता है। स्थानीय लोककथाओं के मुताबिक यहां पर बड़ी संख्या में पावागढ़ की गायें चरती थी। इसलिए इसका नाम गोधरा पड़ा था।


गोधरा सपनों का शहर
इस शहर को लेकर यह भी कहा जाता है कि करीब पांच सौ साल पहले, सम्मानित संत श्रीमद वल्लभाचार्य ने अपने सुबह के धार्मिक भाषण में एक सपनों के शहर का जिक्र किया। श्रीमद वल्लभाचार्य ने लोगों को बताया कि यह शहर उनकी बेटी द्वारा के सपनों में दिखाई दिया है। इसमें एक मुस्लिम निवासी ने इस शहर को एक हिंदू परिवार को सौंप दिया।


साबरमती एक्सप्रेस कांड

वहीं गुजरात के गोधरा में 27 फरवरी 2002 में साबरमती एक्सप्रेस के एस-6 कोच में आग लगाई गई थी। इस दौरान इसमें 59 कार सेवकों की मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर लोगों का गुस्सा दंगे में बदल गया था। दंगे में बड़ी संख्या में लोग मारे गए थ्ो। मामले में लगातार जांच चल रही थी और हाईकोर्ट ने 11 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई।

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Posted By: Shweta Mishra