गुजरात हिंसा में 8 लोगों की मौत, सेना के मोर्चा संभालने के साथ कई इलाकों में अभी भी कर्फ्यू
पांच राउंड फ्लैग मार्च किया
गुजरात में रिजर्वेशन की मांग को लेकर पटेल समुदाय का आंदोलन हिंसक होने के बाद कल वहां पर सेना ने मोर्चा ने संभाला। इस दौरान हिंसा में अब तक करीब 8 लोगों की मौत हो चुकी है। आठवीं मौत एक पुलिस कॉन्स्टेबल की हुई जो कल बुधवार सुबह हुई झड़प में घायल हो गया था। इसके अलावा अभी भी अहमदाबाद, सूरत, मेहसाणा, ऊंझा, विसनगर समेत कई इलाकों में कर्फ्यू लगा है। हालांकि कल सेना के मोर्चा संभालने के बाद भी राज्य में कई जगह पर छ़ुटपुट हिंसा की वारदाते की गई। वहीं सेना ने हिंसाग्रस्त इलाकों में पांच राउंड फ्लैग मार्च किया। इसके अलावा गुजरात के हिंसक हालातों को संभालने के लिए करीब अर्धसैनिक बलों के भी करीब 5000 जवान गुजरात पहुंच गए हैं। जिससे वहां के प्रशासन को थोड़ी राहत महसूस हुई।वहीं गुजरात में आरक्षण की मांग के तहत फैली इस हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता व्यक्त की। लोगों से शांति की अपील की
पीएम मोदी ने कल गुजराती भाषा में दिए टेलीविजन के माध्यम से लोगों से शांति की अपील की। इतना ही नहीं इस बात पर जोर दिया कि बातचीत से सभी मुद्दों को सुलझाया जा सकता है। इसके लिए इतना अराजक रुख अपना बिल्कुल गलत है। इतना ही नहीं इस दौरान उनका यह भी कहना था कि महात्मा गांधी और सरदार पटेल की धरती पर हिंसा का सहारा लेना शोभा नहीं देता है। गौरतलब है कि दो दिन पहले आंदोलन की अगुवाई कर रहे हार्दिक पटेल को हिरासत में लिए जाने की बाद पूरे राज्य में हिंसा ने उग्र रूप ले लिया। इस दौरान अहमदाबाद, सूरत समेत 12 से ज्यादा शहरों में हिंसा भड़की रही। जिसमें करीब सवा सौ गाड़ियां, 15 से अधिक थानों को आग के हवाले कर दिया। वहीं दमकल विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को कैद कर लिया। इसके अलावा रेल यातायात भी बधित कर दिया। आंदोलनकारियों ने कई शहरों में ट्रेन की पटरियां उखाड़ दीं थी।
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