- मोतिहारी के बैरिया की रहने वाली है गुलशन

- चाचा पर लगाया झांसा देकर बेचने का आरोप, बलिया के शंकर खलीफा के घर में थी कैद

BEGUSARAI /PATNA: मोतिहारी से लाकर बलिया के चकलाघर में एक कलयुगी चाचा ने अपनी ही भतीजी गुलशन खातून को बेच दिया। लेकिन छत से कूद कर गुलशन ने अपनी अस्मत बचाई। गुरुवार की रात वहां से भाग कर अपनी अस्मत बचाई। रात में बलिया से किसी तरह भागकर बखरी पहुंची गुलशन ने बाजार के सामाजिक कार्यकर्ता शंकर जनवादी के घर में शरण ली। शंकर ने रात में इसकी सूचना पुलिस को देते हुए सुबह लड़की को थाने के हवाले कर दिया। थाना में गुलशन ने बताया कि मोतिहारी के अदापुर बैरिया निवासी है। पिता का निधन बहुत पहले ही हो चुका है। मां मानसिक रूप से अक्षम है। तीन भाई और दो बहन है। बड़ा भाई मुंबई में काम करता है। जबकि छोटे भाई-बहन पढ़ाई कर रहे हैं। गुलशन ने बताया कि शादी पांच वर्ष पूर्व सिससिया में हुई थी। परंतु, लड़का विक्षिप्त है। हालांकि उसे एक पुत्र भी है। इसलिए मायके में रहती थी।

रिलेटिव से मिलाने के बहाने बेचा

चाचा ने गुलशन को सगे रिश्तेदार से मिलाने के बहाने उसे एक माह पूर्व बलिया ले गया। बलिया स्टेशन के सामने शंकर खलीफा के पुत्र राहुल को सौंप कर उसके चाचा लौट गए। बलिया में वह करीब एक माह से शंकर खलीफा के घर कैद थी। राहुल और उसके परिजनों ने गुलशन से उसका मोबाइल छीन लिया।

छत से कूद कर भागी गुलशन

राहुल द्वारा रोज जिस्मफरोशी का धंधा करने के लिए बाध्य किया जाता था। इनकार करने पर मारपीट एवं खाना बंद कर दिया जाता था। गुलशन ने बताया कि शंकर एक रानी नामक लड़की को भी रखे हुए है। जिससे धंधा कराता है। उसने बताया कि तंग आकर गुरुवार की रात छत से कूद कर भाग निकली। एक ऑटो पकड़ा, जिसने उसे एक पुल पर लाकर उतार दिया। जहां से वह बखरी पहुंची।

लड़की के बयान को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए बलिया थाना को भेज दिया गया है।

-सुनील सिंह, थानाध्यक्ष, बखरी

Posted By: Inextlive