- गुरमेहर ने कहा, सरकारें झगड़ों का समाधान जंग से नहीं, शांति से करें

LUCKNOW: दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी की छात्रा गुरमेहर कौर के मामले में सिख समाज भी उनके सामने आ गया है। सूबे के कारागार मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया ने गुरुवार को गुरमेहर से फोन पर बातचीत के बाद कहा कि उसका दर्द सच्चा है। उसकी निंदा करने वाले पूरी तरह से दिखावटी, बनावटी एवं राजनीतिक दुकानदारी करने वाले स्वार्थी लोग हैं। वे गुरमेहर को अपने तानों से सोशल मीडिया पर जलील कर रहे हैं। कारागार मंत्री के आवास पर सिक्ख समाज की बैठक में कहा गया कि देश के लिए शहीद होने वाले फौजी की बेटी का दर्द सुनने की बजाय उसे एबीवीपी तबाह करना चाहती है।

गुरमेहर से की लंबी बात

रामूवालिया ने बताया की उन्हाेंने गुरमेहर कौर से लंबी बात की। उसका कहना है कि विश्व के देशों की सरकारें आपसी झगड़ों का समाधान जंग से नहीं, शांति से करें। वे अगर जंग नही रोक सकते तो उनके नेतृत्व का लोगों को कोई लाभ नहीं है। इतिहास गवाह है कि जंगो में दो फौजें हाकिमों के हुकुम से लड़ती हैं। मेरे पिता को पड़ोसी देश की जनता ने नहीं, बल्कि हाकिमों ने मारा है। इसी तरह पाकिस्तान में मेरी तरह न जाने कितनी गुरमेहर कौर हैं जिनके परिवारों को इन जंगों ने मारा है। सिक्ख समाज की बैठक में गुरुद्वारा सदर के अध्यक्ष हरपाल सिंह जग्गी, तेजपाल सिंह रोमी, ऑल इण्डिया सिक्ख संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप सिंह भुल्लर, हरजीत सिंह, गुरुद्वारा आलमबाग के जोगिंदर सिंह, निर्मल सिंह, गुरुद्वारा चंदन नगर के अध्यक्ष गुरदयाल सिंह वालिया, बाबा दीप सिंह, सेवा सोसाइटी के अध्यक्ष रणवीर सिंह भशाीन, गुरुद्वारा इंदिरा नगर के अध्यक्ष हरपाल सिंह अरोड़ा, गुरुद्वारा नाका हिण्डोला के जनरल सेकेट्ररी हरमिंदर सिंह टीटू, मानसरोवर गुरुद्वारा के अध्यक्ष सम्पूर्ण सिंह बग्गा, यशपाल सिंह, सिक्ख सेवक समिति के अध्यक्ष हरमिंदर सिंह, नीता सिंह, सिक्ख यंगमैन एसोशिएशन के अध्यक्ष कुलदीप सिंह सेठी, सुरजीत सिंह राजपाल आदि मौजूद थे।

Posted By: Inextlive