गुरूजी को देना होगा प्रमाण
- कैंपस में शैक्षणिक प्रमाण-पत्र लेकर उपस्थित होंगे शिक्षक
- कॉलेजों की शिकायत पर सीसीएसयू ने उठाया कदम आई एक्सक्लूसिव मेरठ। बिना टीचर्स के अब कोई भी कॉलेज एमएड कोर्स संचालित नहीं कर सकेगा। दरअसल, सीसीएसयू ने कॉलेज के गोलमाल पर लगाम लगाने की तैयारी की है। अब एमएड में पढ़ा रहे शिक्षकों को यूनिवर्सिटी में अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्र लेकर आने होंगे। गौरतलब है कि कॉलेजों में एमएड के शिक्षक न होने की शिकायत पर सीसीएसयू ने यह कदम उठाया है। देने होंगे प्रमाण-पत्र शिक्षकों को यूनिवर्सिटी में अपने प्रमाण देने के लिए पैन कार्ड, कॉलेज द्वारा वेतन के भुगतान की पासबुक, शैक्षिक डॉक्यूमेंट भी जमा कराने होंगे। यह प्रमाण-पत्र न होने की स्थिति में शिक्षक कॉलेज में नहीं पढ़ा सकेंगे। नहीं मिलेंगे स्टूडेंटयदि किसी कॉलेज में एनसीटीआई के मानक के अनुसार शिक्षक नहीं होंगे। तो काउंसलिंग में कॉलेज को स्टूडेंट आवंटित नहीं होंगे। साथ ही उसकी मान्यता भी रद की जा सकती है।
मिल रहीं शिकायतें सीसीएसयू में मेरठ तथा सहारनपुर मंडल में यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में एमएड में शिक्षकों के न होने की शिकायत मिलती रहती हैं। जिसको लेकर यूनीवर्सिटी ने कदम उठाया है। वर्जनएमएड कॉलेजों में शिक्षक न होने की शिकायत मिलती रहती है। इसीलिए सभी कॉलेजों के शिक्षकों के प्रमाण पत्र सहित उपस्थित होने के लिए कहा है। जिन कॉलेजों के शिक्षकों का मानक पूरा होगा, उसे ही काउंसलिंग में स्टूडेंट्स दिए जाएंगे।
-डॉ। प्रशांत कुमार, प्रवक्ता सीसीएसयू