डायटिंग और जिम एक खुशहाल रिलेशन के लिए खतरे की घंटी है.


अगर आपका पार्टनर वेट लूस कर रहा है तो इसका मतलब ये नहीं है कि वो फिटनेस कॉनशियस है और खुद को इन शेप रखना चाहता है. चौक गए ना, एक रिसर्च के मुताबिक ये बिहेवियरल चेन्ज आपके रिलेशन के लिए डेंजरस हो सकता है. स्टडीज़ के हिसाब से देखा जाए तो जो लोग कमिटिड होते हैं और खुशी-खुशी एक स्टेडी लाइफ बिता रहे होते हैं तो उन पर प्रेशर कम होता है. उन्हें लुक्स को अटरैकटिव बनाने का भी टेंशन नहीं होता है.सोशियोलोजिस्ट्स का मानना है कि कमिटिड लोग एक दूसरे के साथ खुश होते हैं इसीलिए साथ होते हैं. ऐसे लोग एक दूसरे लोगों की हैबिट्स, नेचर और अपियरेन्स के साथ सिर्फ कमफरटेबल ही नहीं बल्कि उनसे प्यार करते हैं. तो उन्हें अपने बढ़ते वेट और बढ़ती वेस्ट लाइन की चिंता भी नहीं होती है.
वैसे भी अगर दो लोगों ने एक दूसरे को पसंद किया है तो बाद में कुछ भी बदलने का कोई सवाल ही नहीं उठता. अगर दोनों में से कोई भी किसी के नेचर को चेन्ज करना चाहता है तो इसका मतलब वो अपने रिलेशन को लेकर कनफ्यूज़ है. कनफ्यूज़न किसी भी चीज़ से रिलेटेड हो सकता है जैसे आपका वेट, नेचर, बिहेवियर और भी बहुत सी छोटी छोटी बोतें जो दोनों के बीच अकसर टेंशन क्रियेट करती हो. कनफ्यूज़्ड रिलेशन को आगे बढ़ाना बेवकूफी है. इसी लिए इस रिसर्च में इस इमपार्टेंट प्वाइंट को ध्यान में रखा गया है. अगर आपके पार्टनर को एकदम से जिम और डायटिंग का ओबसेशन हो जाए या फिर वो आपके साथ टाइम बिताने के बजाय खुद को स्पोर्ट्स में ज़यादा इन्वाल्व करने लगे तो यह आपके लिए वार्निंग साइन है कि आपका रिलेशन खतरे में है और ये तैयारियां उस नए पार्टनर की खोज में सरवाइव करने के लिए है जो शायद बहुत जल्द आपकी जगह लेने वाला है.   

Posted By: Surabhi Yadav