उधमपुर में हुए आतंकी हमले के दौरान जिंदा धरे गए आतंकवादी नावेद ने एक बड़ा खुलासा किया है। पूछताछ में उसने बताया कि भारत की सीमा में घुसपैठ करने वाला वो अकेला नहीं था। 18 अन्‍य आतंकियों ने उसके साथ घुसपैठ की थी। इतना ही नहीं उसने ये भी बताया कि उसे आत्‍मघाती हमले की ट्रेनिंग जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद के बेटे ताल्हा ने दी थी। इतना ही नहीं हमले का पूरा प्‍लान भी उसी ने तैयार किया था।

तैयार किया गया 26 पन्नों का डोजियर
अब फाइनली आतंकी के बयान के आधार पर एनआईए ने एक डोजियर तैयार कर लिया है। अब नावेद से पूछताछ करने के बाद एनआईए ने उसे शरण देने वालों की भी पहचान कर ली है। वहीं अब ये भी बताया गया है कि उसे शरण देने वालों को जल्द ही गिरफ्तार भी कर लिया जाएगा। वैसे इस पूरे मसले को लेकर एनआईए ने डोजियर भी तैयार कर लिया है। ये कुल 26 पन्नों का है।
डोजियर में ये है खास
इस डोजियर पर चर्चा करें तो इसके अनुसार नावेद करीब 16-17 साल की उम्र में लश्कर में शामिल हो गया था। उसके बाद सबसे पहले उसे गरही हसीबुल्लाह के रिक्रूटूमेंट कैंप में भेजा गया था। उसके बाद उसे बालाकोट, नौशेरा और झेलम के तीन अन्य आतंकी कैंपों में ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया। इस तरह से कुल तीन साल तक उसने आतंकी हमलों की ट्रेनिंग पूरी की है।
एक नजर पीछे भी
बताते चलें कि बीते पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर में स्थित उधमपुर में बीएसएफ के गश्त करने वाले दल पर कुछ आतंकियों ने हमला बोला था। इस हमले के दौरान यहीं के स्थानीय निवासियों ने धावा बोलते हुए नावेद को पकड़ लिया था। इसके अलावा मुठभेड़ में एक आतंकी को मार भी दिया गया था। उसके बाद जांच में ये सामने आया था कि मुठभेड़ में शामिल दो अन्य आतंकी वहां से भाग भी निकले थे।

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Posted By: Ruchi D Sharma