मेहंदी राची सुरंगी बन्ना थारे नाम की
तिलक की पीली चिठ्ठी तो आ गई अब पता चलेगा कितनी हल्दी और उबटन होने हैं. पर इतना ही काफी नहीं. बन्ने बन्नी को तो सबसे खास और अलग दिखना होगा. हर छोटी से छोटी बात जो आप की सुन्दता को बढ़ाए उसका ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है.सबसे ज़रूरी है कि आप खुश रहें. खुश रहने से आपके चेहरे पर नैचुरल गलो आएगा. ज़्यादा दौड़ भाग ना करें. शादी की सारी शॉपिंग कम से कम शादी के एक महीने पहले खत्म कर दें. धूप में बाहर निकलने से रंग दब सकता है. थकान से बचिए क्योंकि ये आपके चेहरे को डल कर देगी. रिलेक्स करिए और अच्छी तरह से पूरी नींद लीजिए. रात में ज़्यादा देर तक फोन पर बात नहीं करिये. नींद पूरी नहीं होगी तो आंखों के नीचे डार्क सरक्ल्स हो जाएंगें और आपका चेहरा थका लगेगा.
ये ते वो ज़रूरी बाते हैं जिनका ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है. अगर आपने इन बातों का ध्यान नहीं रखा तो आपके किसी भी ब्यूटी ट्रीटमेंट से आपके चेहरे पर कोई फरक नहीं पड़ेगा.
पहले लोग पारलर नहीं जाते थे आज कल लोग पारलर में ही अपना सारा ब्यूटी ट्रीटमेंट करवाते हैं. पहले के समय में बन्नी के रूप को निखारने के लिए घर में ही हल्दी, उबटन, तेल होता था. हल्दी लगाओ रे, तेल चढ़ाओ रे बन्नी का गोरा बदन दमकाओ रे
पहले जब वैक्सिंग नहीं होती थी तो उबटन ही वैक्सिंग का काम करता था. हल्दी ऐन्टीबाइटिक का काम करती है और बन्नी की स्किन को क्लीन करती है. शादी से एक दिन पहले ये सब काम खत्म होने के बाद बन्नी के मेहंदी लगाई जाती है और मेहंदी लगाते वक्त भी गीत गाए जाते हैं.