Allahabad: हैंडराइटिंग भी किसी आर्ट से कम नहीं है. यह एक ऐसा आर्ट है जो हर पढ़े लिखे हाथों में विद्यमान है. जिसके पास यह आर्ट पूरी खूबसूरती के साथ मौजूद है. उसकी तो वाह वाह हर जगह है. लेकिन बहुतेरे ऐसे हैं. जिनमें आज भी इस बात की कशक है कि काश उनकी भी हैंडराइटिंग सुन्दरता का बेजोड़ नमूना होती और जिसे देखते ही लोग शुभानअल्लाह कहने से नहीं चूकते. ऐसे लोगों को गाहे-बगाहे अपनी राइटिंग पर ताउम्र अफसोस करते देखा जा सकता है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी खुद की हैंडराइटिंग को लेकर बहुत सेटिस्फाइड नहीं थे. वर्तमान पीढ़ी के बच्चे खुद की हैडराइटिंग को लेकर कितने संजीदा हैं. इसपर मंथन के लिए आई नेक्स्ट की ओर से सिटी के पांच स्कूल में रेनाल्डस राइट द फ्यूचर हैंडराइटिंग काम्पिटीशन पूरे जोशो खरोश के साथ थर्सडे को आर्गनाइज किया गया.

बच्चों ने दिखाया मेधा का दमबुलंद भारत की बुलंद तस्वीर का सपना जिन हाथों में सौंपा जाने वाला है। वह किसी से कम नहीं। इसकी झलक हैंडराइटिंग कम्पिटीशन में देखने को मिली। जब छोटे-छोटे हाथों ने उम्मीद से बढ़कर दमदार परफार्मेंस दी। बता दें कि प्रत्येक बच्चे को रेनाल्डस की ओर से राइटिंग शीट और पेन दी गई थी। शीट पर ऊपर लिखा हुआ रीटेन कंटेंट ही बच्चों को हुबहू नीचे उतारना था। इसके लिए बच्चों को तीस मिनट का समय दिया गया। अधिकांश बच्चों की मेधा ने दिए गए समय को पछाड़ते हुए देखते ही देखते रिटेन कंटेंट को लिख मारा. 

विनर कौन को लेकर बढ़ी धड़कनें

काम्पिटीशन में केवल बच्चों की पेन ही दे दनादन नहीं चली। बल्कि प्यारे प्यारे बच्चों के कोमल हाथों ने दिखलाया कि खूबसूरती में चार चांद कैसे लगता हैं। हैंडराइटिंग के मामले में अमूमन हर बच्चा एक दूसरे से आगे निकलता दिखा। बच्चों में यह जानने की ललक देखी गई कि काम्पिटीशन में कौन विनर होगा। फिलहाल तो बच्चों का उत्साह और कड़ी प्रतिस्पर्धा को देखकर न तो टीचर्स और न ही काम्पिटीशन को आर्गनाइज करने वाले यह कह पाने की स्थिति में थे कि किस जगह से कौन विनर होगा।  

 Thanks to reynolds

वैसे तो बच्चे बहुत से काम्पिटीशन में पार्टिसिपेट करते रहते हैं। लेकिन, आई नेक्स्ट और रेनाल्डस ने जो अवसर उन्हें मुहैया कराया, उससे बच्चे खुशी से चहकते रहे। बच्चों की खुशी उस समय और भी बढ़ गई जब उन्हें डिस्काउंट पर रेनाल्डस पेन पर्चेस करने के लिए कूपन बांटे गए। कूपन पाने वाले बच्चों ने इसके लिए रेनाल्डस को थैंक्यू कहा।

दो ग्रुप में बांटा गया था

थर्सडे को आर्गनाइज काम्पिटीशन में बच्चों को दो ग्रुप में डिवाइड किया गया था। पहला गु्रप क्लास फाइव और सिक्स तथा दूसरा ग्रुप सेवन और ऐट का था। बिशप जार्ज स्कूल एंड कालेज, बाल भारती स्कूल, जगत तारन गोल्डेन जुबली स्कूल, विद्या वाहिनी एवं स्वामी विवेकानन्द विद्याश्रम में थर्सडे को यह एक्टिविटी आयोजित की गई. 

आज भी पांच स्कूलों में होगी activity  

तीन दिन तक चलने वाली राइट द फ्यूचर एक्टिविटी के दूसरे दिन महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर, द मदर्स प्राइड स्कूल, डीपी गल्र्स इंग्लिश मीडियम स्कूल, बीबीएस शिवकुटी और इलाहाबाद पब्लिक स्कूलों के बच्चे इसका हिस्सा बनेंगे। प्रत्येक ग्रुप में तीन विनर सेलेक्ट किए जाएंगे। दो को कांसोलेशन प्राइज के लिए सेलेक्ट किया जाएगा। इस एक्टिविटी में कक्षा पांच, छह के छात्रों का एक ग्रुप और कक्षा सात और आठ के छात्रों का दूसरा ग्रुप बनाया गया है। पार्टिसिपेट करने वाले सभी छात्रों को पेन, राइटिंग पेपर, रेनॉल्ड्स की तरफ से कूपन और सर्टिफिकेट दिया जाएगा।


Posted By: Inextlive