-पीएचडी मामले पर पीपीयू गेट पर एआईएसएफ ने किया उग्र प्रदर्शन

-पांच साल बाद भी पीपीयू के पीआरटी के छात्रों का नहीं हुआ रजिस्ट्रेशन

PATNA: वर्ष 2014 में मगध यूनिवर्सिटी में जिन छात्रों ने पीआरटी की परीक्षा दी थी आज भी वे दर-दर भटक रहे हैं। यूनिवर्सिटी विभाजन के बाद भी यह समस्या सामने है जिसमें रिसर्च करने वाले सैकड़ों पीएचडी छात्रों का भविष्य दांव पर है। बता दें कि 15 सितंबर, 2015 को परीक्षा हुई और एक साल बाद 2016 में रिजल्ट आया। इसके बाद कोर्स वर्क शुरू हुआ और सिनॉप्सिस भी जमा हुआ। इस बीच 2017 में कई विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन भी हुआ लेकिन यूनिवर्सिटी बंट गई। पटना जोन के विद्यार्थियों को पटना में

ही पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय से रजिस्ट्रेशन होने की जानकारी दी गई लेकिन इसके बाद पीपीयू ने पटना जोन के पीएचडी छात्रों के रजिस्ट्रेशन को लेकर कोई जानकारी नहीं दी। रजिस्ट्रेशन को लेकर रिसर्च करने वाले छात्र दौड़ते दौड़ते थक गए। इस मामले को लेकर शुक्रवार को पीपीयू गेट पर छात्र संगठन एआईएसएफ ने उग्र प्रदर्शन किया।

जल्द हो रजिस्ट्रेशन

इस मामले को लेकर एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि मगध यूनिवर्सिटी और पीपीयू दोनों ही दोषी हैं। दोनों को इस बात का जबाव देना होगा कि आखिर पांच साल बीतने पर भी पीएचडी की पढ़ाई आगे क्यों नहीं बढ़ सकी। उन्होंने कहा कि जल्द ही इसमें पीडि़त छात्रों का रजिस्ट्रेशन किया जाना चाहिए। इस मामले को लेकर काफी देर तक छात्रों के बीच प्रो वीसी प्रो। जीके चौधरी घिरे रहे।

बातचीत करते रहे अधिकारी

इस मौके पर जिला सचिव जन्ममेजय कुमार, राज्य परिषद सदस्य धर्मेन्द्र कुमार, आस्था कुमारी, रोहित कुमार, आनंदी कुमारी, पुतुल कुमारी शामिल थे। इस मौके पर बातचीत के लिए पीपीयू के रजिस्ट्रार मनोज कुमार एवं डीएसड?ल्यू छोटेलाल खत्री मौजूद थे।

स्टूडेंट्स ने जमकर बरपाया हंगामा

एआईएसएफ के साथ पीडि़त छात्र-छात्राओं ने पीपीयू गेट पर पीएचडी विद्यार्थियों के साथ जारी भेदभाव एवं उपेक्षापूर्ण रवैये के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया। आंदोलनकारी स्टूडेंट्स द्वितीय तल स्थित कुलपति कार्यालय तक पहुंच गए। इस दौरान निजी सुरक्षाकर्मियों ने स्टूडेंट्स एवं मीडिया कर्मियों के साथ बदसलूकी भी की जिससे आंदोलनकारियों का गुस्सा और भी भड़क गया। मौके पर पहुंचे प्रतिकुलपति गिरीश कुमार चौधरी का भी घेराव किया। पीपीयू प्रतिकुलपति आधे घंटे तक स्टूडेंट्स के सवालों के जबाव देते रहे लेकिन स्टूडेंट उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हो रहे थे।

Posted By: Inextlive