आज ही पैदा हुआ था वो कप्तान, जिसने खेला था एक-एक पारी वाला इकलौता टेस्ट मैच
कानपुर। साउथ अफ्रीका के दिग्गज खिलाड़ी रहे हैंसी क्रोन्ये का जन्म 25 सितंबर 1969 को हुआ था। क्रोन्ये ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत 1992 वर्ल्ड कप से की थी। यह सिर्फ क्रोन्ये का ही नहीं साउथ अफ्रीकी टीम का ही पहला वर्ल्ड कप था, खैर टीम तो खिताब नहीं जीत पाई मगर अफ्रीकी टीम को एक उभरता सितारा मिल गया था। क्रिकइन्फो पर उपलब्ध डेटा के मुताबिक, क्रोन्ये को डेब्यू के एक साल बाद ही टीम की कमान सौंप दी गई थी। 24 साल की उम्र में वह दक्षिण अफ्रीका के कप्तान बन गए। इसके बाद क्रोन्ये ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। न सिर्फ बल्लेबाजी बल्कि गेंदबाजी में भी वह कमाल दिखाते थे। क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने कुछ साल पहले एक इंटरव्यू में बताया था कि, उन्हें पूरे करियर में जिस गेंदबाज से सबसे ज्यादा डर लगा, वो हैंसी क्रोन्ये ही थे।
टेस्ट इतिहास में खेला था एक-एक पारी का मैच
दाएं हाथ के बल्लेबाज और गेंदबाज हैंसी क्रोन्ये ने अपने पूरे करियर में कई यादगार मैच खेले। बतौर कप्तान उनका एक टेस्ट मैच आज भी याद किया जाता है। साल 2000 की बात है। साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच सीरीज का पांचवां और आखिरी मैच खेला गया। अफ्रीकी टीम इस सीरीज में 2-0 से आगे थी। आखिरी टेस्ट के तीन दिन बारिश में धुल गए। आखिर में दोनों कप्तानों ने एक-एक पारी खेलकर मैच का निर्णय करने का फैसला लिया। टेस्ट इतिहास में इस तरह का मैच सिर्फ एक बार ही खेला गया। अफ्रीकी टीम ने इंग्लैंड को जीत के लिए 251 रन का लक्ष्य दिया जिसे इंग्लिश बल्लेबाजों ने आसानी से पा लिया।
ऐसा रहा है इंटरनेशनल करियर
हैंसी क्रोन्ये ने कुल 68 टेस्ट मैच खेले जिसमें उनके नाम 3714 रन दर्ज हैं। इस दौरान उनके बल्ले से छह शतक और 23 अर्धशतक निकले। वहीं गेंदबाजी की बात करें तो उन्होंने टेस्ट में 43 विकेट चटकाए हैं। क्रोन्ये का वनडे रिकॉर्ड काफी लंबा है, उन्होने कुल 188 एकदिवसीय मैच खेले जिसमें उनके नाम 5565 रन दर्ज हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 2 शतक और 39 अर्धशतक निकले।
नायक से बने खलनायक
साउथ अफ्रीकी क्रिकेट टीम के बेहतरीन कप्तानों में शुमार हैंसी क्रोन्ये के क्रिकेट करियर का अंत काफी शर्मनाक रहा। साल 2000 में क्रोन्ये के ऊपर मैच फिक्सिंग का आरोप लगा और यह सही भी साबित हुआ, यानी कि क्रोन्ये पैसे लेकर खेल बदल देते थे। जांच में क्रोन्ये को दोषी पाया गया और आईसीसी ने उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया। हालांकि उन्होंने इसके खिलाफ अपील की, मगर उसे भी खारिज कर दिया गया।
दो साल बाद प्लेन क्रैश में हुई मौत
साल 2000 में फिक्सिंग के चलते आजीवन बैन झेलने वाले क्रोन्ये दो साल बाद ही दुनिया को अलविदा कह गए। एक प्लेन दुर्घटना में क्रोन्ये की मौत हो गई थी। हालांकि कुछ लोगों का कहना था कि, क्रोन्ये की हत्या करवाई गई। असल बात क्या है, यह किसी को नहीं पता।