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- ज्योतिषाचार्यो के मुताबिक चारों बड़े मंगल का पूजन श्रद्धालुओं के लिए रहेगा विशेष फलदायी

BAREILLY:

बजरंग बली के पूजन के लिए विशेष माने जाने वाला बड़ा मंगल इस बार शुभ संयोगों के साथ श्रद्धालुओं के लिए शुभ कारक बनने जा रहा है। ज्योतिषाचार्यो के मुताबिक यह योग करीब 48 वर्षो बाद बन रहा है। 16 मई, 23 मई, 30 मई और 6 जून को 4 बड़े मंगल पड़ेंगे। इस वर्ष के राजा मंगल होने के कारण और चारों बड़े मंगल के दिन शुभ योग होने के कारण इस बार श्रद्धालुओं की मनोकामना पूरी करने वाला होगा। इस दिन हनुमान जी की विशेष पूजा अर्चना से शनि की साढ़े साती और मंगल दोष निवारण, कर्ज से मुक्ति मिलेगी।

चारों मंगल पर बन रहे योग

16 मई, मानस शुक्ल योग

आज यानि मंगलवार को बड़ा मंगल का पहला मंगल मनाया जाएगा। इस दिन कार्य सिद्ध करने वाली लक्ष्मी प्रद पूर्णा तिथि और उत्तराषाढ़ नक्षत्र होने से मानस और शुक्ल नाम का शुभ योग बन रहा है। इस दिन सर्वाथसिद्धि योग सुबह 5.31 से अगले दिन रात 2.08 बजे और सिद्ध योग भी सुबह 5.31 से सुबह 10.17 बजे तक होने के कारण यह मंगलवार मंगल दोष शान्ति और शनि कष्ट निवारण करेगा।

23 मई, आयुष्मान योग

इस दिन यश प्रद भद्रा तिथि में शुभयोग और आयुष्मान योग का संयोग होगा। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 8.24 से अगले दिन सुबह 5.26 बजे तक प्रभावी रहेगा। अमृत योग सुबह 5.27 से दोपहर 12.03 बजे तक, अमृत सिद्धि योग सुबह 8.24 से अगले दिन सुबह 5.26 बजे तक एवं सिद्ध योग दोपहर 12.03 से अगले दिन सुबह 5.26 बजे तक रहेगा। कई योगों का संयोग होने से इस दिन पूजा-पाठ का कई गुणा फल प्राप्त होगा।

30 मई, सर्वार्थ सिद्धियोग

इस दिन श्रुति पंचमी एवं शुभ फल देने वाला पुष्य नक्षत्र होने के कारण प्रमान और ध्रुव योग बन रहा है। जिसके वजह से सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग है। जो सुबह 11.57 बजे से अगले दिन सुबह 5.24 बजे तक रहेगा। यह संयोग श्रद्धालुओं की ईष्ट सिद्धि प्राप्त कराने का दिन रहेगा।

6 जून, ध्वज योग

ज्येष्ठ मास का अन्तिम और चौथा मंगलवार पर भद्रा तिथि में ध्वज नामक योग बन रहा है। सिद्धि योग सुबह 11.43 बजे से अगले दिन सुबह 5.23 बजे तक, अमृत योग सुबह 5.23 से दोपहर 11.43 बजे तक रहेगा। इस दिन शुक्ल पक्ष का भौम प्रदोष व्रत भी है। इस दिन श्रद्धालु कर्ज निवारण और रोग निवारण के लिए महादेव की पूजा और हनुमानजी की पूजा करना अत्यन्त लाभदायक रहेगा। मंगल रात 9.07 बजे अस्त होगा।

कई वर्षो बाद बन रहे यह संयोग जातकों के जीवन को खुशियों से भर देंगे। इसके लिए विधि विधान से हनुमान और शिव जी का सामूहिक पूजन विशेष रहेगा।

पं। राजीव शर्मा, ज्योतिषाचार्य, बाला जी ज्योतिष संस्थान

Posted By: Inextlive