पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदन लाल का आज 69वां जन्मदिन है। मदन लाल ने भारत के लिए 100 से ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेले मगर कभी शतक नहीं लगा पाए। हालांकि 1983 वर्ल्डकप फाइनल में उन्होंने जब विवियन रिचर्ड्स का विकेट लिया तो वह आज भी याद किया जाता है।

कानपुर। 1983 वर्ल्‍ड कप की विजेता भारतीय टीम का हिस्‍सा रहे पूर्व क्रिकेटर मदन लाल का जन्म 20 मार्च 1951 को पंजाब में हुआ था। मदन को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था। बाद में यह शौक प्रोफेशन बन गया और वह भारतीय क्रिकेटर बन गए। ऑलराउंडर खिलाड़ी रहे मदन लाल ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत 1974 में की थी। उन्होंने पहला मैच इंग्लैंड के अगेंस्ट मैनचेस्टर में खेला था। इसके बाद अगले एक दशक तक वह टीम इंडिया का हिस्सा रहे। इस दौरान मदन भारत की कई ऐतिहासिक जीतों का हिस्सा रहे। इसमें वर्ल्डकप फाइनल मैच से लेकर इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई में मिली जीत शामिल है।

इंटरनेशनल क्रिकेट में नहीं लगा पाए शतक

मदन का इंटरनेशनल क्रिकेट करियर 13 साल तक चला। इस दौरान उन्होंने 39 टेस्ट खेले जिसमें उन्होंने 22.65 की औसत से 1042 रन बनाए। इसमें 5 अर्धशतक भी शामिल हैं। वहीं एकदिवसीय मैचों की बात करें तो उनके खाते में 67 मैच आए जिसमें उन्होंने 19.09 की औसत से सिर्फ 401 रन बनाए। जिसमें सिर्फ एक अर्धशतक शामिल है। मदन ने अपने पूरे करियर में टेस्ट और वनडे मिलाकर कुल 106 इंटरनेशनल मैच खेले, मगर कभी वह शतक नहीं लगा पाए। हालांकि यह आंकड़ा तब और हैरान करता है जब फर्स्ट-क्लॉस क्रिकेट में उनके नाम 10 हजार से ज्यादा रन दर्ज हैं।

फर्स्ट-क्लॉस क्रिकेट में लगाया रनों का अंबार

इंटरनेशनल क्रिकेट में मदन लाल को भले ही कोई पहचान न मिल हो। मगर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने रनों का पहाड़ खड़ा किया है। मदन ने 232 फर्स्ट-क्लॉस मैच खेले जिसमें उनके नाम 42.87 की औसत से 10,204 रन दर्ज हैं। और 22 शतक और 50 अर्धशतक भी लगाए हैं। वहीं गेंदबाजी की बात करें तो उन्होंने 625 विकेट चटकाए हैं।

👕 106 international appearances
☝️ 144 wickets
🏏 Six half-centuries
He was incredible in India's 1983 @CricketWorldCup final against West Indies, returning 3/31 in 12 overs 👏
Happy birthday, Madan Lal! pic.twitter.com/Z9UFB6Pala

— ICC (@ICC) March 20, 2020संन्यास लेने के बाद बने कोच

मदन लाल ने साल 1987 में अंतर्रराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। वहीं 4 साल बाद वह फर्स्ट-क्लॉस क्रिकेट से भी दूर हो गए। हालांकि उन्होंने क्रिकेट से दूरी नहीं बनाई। 1996 क्रिकेट वर्ल्ड कप में मदन लाल ने यूएई टीम को कोचिंग दी थी। इसके बाद 1996 में उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम का भी कोच बनाया गया। इस पद पर वह करीब 3 साल रहे।

सेलेक्शन कमेटी से भी जुड़े रहे

पहले क्रिकेटर फिर कोच बनने के बाद मदन लाल ने सेलेक्शन कमेटी में अपना रास्ता बना लिया। सन 2000 में करीब 2 साल तक वह भारतीय क्रिकेट टीम में खिलाडिय़ों का चयन करते थे। उनके कुछ फैसलों का विरोध भी हुआ। अजय जडेजा और विनोद कांबली की तरह क्रिकेटर मदन लाल ने भी एक्टिंग में अपना करियर बनाने के बारे में सोचा। अप्रैल 2013 में मदन एक क्राइम सीरियल में नजर आए थे। हालांकि वह एक्टिंग की दुनिया में ज्यादा लंबे वक्त तक नहीं टिके।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari