आरक्षण राजनीति जैसी कमाल फिल्मों के मेकर प्रकाश झा हमेशा से ही एक पेंटर बनना चाहते थे। आज उनके 71वें बर्थडे पर जाने कि कैसा रहा उनका पढ़ाई से फिल्मों तक का सफर...

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। आरक्षण, राजनीति, गंगाजल, सत्याग्रह, आश्रम जैसी सुपरहिट मूवीज और सीरीज के मेकर प्रकाश झा हमेशा से एक फिल्ममेकर नही बनना चाहते थे, बल्कि उनका सपना एक सक्सेसफुल पेंटर बनने का था। अपने इस पैशन को फॉलो करने के लिए उन्होंने दिल्ली के यूनिवर्सिटी से अपनी बैचलर की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। पढ़ाई छोड़ने के बाद प्रकाश मुंबई चले आए और उन्होंने वहां के जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स में एडमिशन ले लिया। अपनी आर्ट्स की पढ़ाई के दौरान एक दिन प्रकाश झा ने एक ड्रामा की शूटिंग होते हुए देखी। इस शूटिंग ने उनके दिमाग को इस तरह से अपनी छाप छोड़ी कि प्रकाश ने उसी पल फिल्मों में अपना करियर बनाने की बात ठान ली।

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स्ट्रगल भरा रहा उनका सफर
प्रकाश झा ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया था कि कैसे इस पैसों की तंगी और करियर बदलने के कारण उनके पिता उनसे नाराज हो गए थे। उनकी नाराजगी इस हद तक बढ़ गई थी कि दोनों के बीच पांच साल तक कोई भी बातचीत नही हुई। इसी के साथ उन्होंने बताया कि स्ट्रगल डेज में वो कई बार फुटपाथ पर सोए है, और कई दिन भूखे रहे हैं। लेकिन अंत में उनकी मेहनत रंग लाई और आज प्रकाश झा का नाम बॉलीवुड के टाॅप मेकर्स की लिस्ट में शुमार है।

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कैसी रही लव लाइफ
फिल्ममेकर प्रकाश झा ने साल 1985 में एक्ट्रेस दीप्ति नवल शादी रचाई थी। लेकिन शादी के 17 साल बाद दोनों ने अपने रास्ते अलग कर लिए। दरअसल, एक इंटरव्यू के दौरान दीप्ति ने बताया कि शादी के बाद से उन्हें फिल्में मिलनी बंद हो गई थी। प्रकाश झा और दीप्ति नवल साल 2002 में एक दूसरे से अलग हो गए, पर आज भी दोनों आपस में एक अच्छा बांड शेयर करते हैं।

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Posted By: Anjali Yadav