शानदार फिनिशर बनना चाहते हैं हार्दिक पांड्या
बिना किसी डर के खेलेंगे
धोनी के साथ साझेदारी के बारे में पूछने पर पांड्या ने कहा कि उन्हें विश्वास था कि वे 190 रन के लक्ष्य को हासिल कर लेंगे। पांड्या ने सबीना पार्क में कहा कि ईमानदारी से कहूं तो धोनी के साथ बातचीत काफी सामान्य थी। हम दोनों के पास जो क्षमता है उससे हम पारी को आगे बढ़ाना चाहते थे और फिर लक्ष्य हासिल करते। हम 29 गेंदों में 31 रन बना लेते, लेकिन हम मैच खत्म नहीं कर पाए। मैं टीम के लिए मैच खत्म करने के लिए खुद का समर्थन करता हूं और ये सभी चीजें सीखने का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि अंतिम मैच में हम बिना किसी डर के खेलेंगे। पिछला मैच उन मैचों में से था, जब चीजें आपके पक्ष में नहीं होती। वैस वायरल हो रहे इस वीडियो में हार्दिक की रॉकिंग फील्डिंग देखकर दुनिया दंग रह जाती है।
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'गलतफहमी’ से उबर गया
चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में रवींद्र जडेजा के साथ गलतफहमी का शिकार होने के बाद रन आउट होने से पहले पांड्या अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे और इस आलराउंडर ने कहा कि वह नाराज थे, लेकिन इससे उबरने में अधिक समय नहीं लगा। पांड्या ने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो सिर्फ तीन मिनट लगे। यह सिर्फ क्विक रिएक्शन था। मुझे तेजी से गुस्सा आ गया और कुछ मिनट बाद मैं ड्रेसिंग रूम में हंस रहा था। मुझे देखकर कुछ और खिलाड़ी भी हंस रहे थे।