बीएसपी ने शुक्रवार रात हरियाणा विधानसभा की सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया। दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन एक महीने से भी कम समय तक चला।


चंडीगढ़ (पीटीआई)। जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के प्रमुख दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि उनकी पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए 90 में से 40 सीटों की पेशकश की थी। अब उनकी पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। महीने भर से भी चला गठबंधन बीएसपी ने शुक्रवार रात हरियाणा विधानसभा की सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया। दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन एक महीने से भी कम समय तक चला। 40 सीटें छोड़ने को तैयार चौटाला ने ट्वीट कर कहा, 'जेजेपी, बीएसपी उसके नेतृत्व, कार्यकर्ताओं और समर्थकों को मजबूत बनाना चाहती थी और चुनाव में 40 सीटें उसके लिए छोड़ने को तैयार थी।' 'हमारा इरादा 'बहुजन समाज' को राजनीतिक शक्ति और आत्मविश्वास देना है और आगे भी रहेगा।' संगठन को मजबूत बनाने पर ध्यान
उन्होंने कहा है, 'जेजेपी शुरू से ही राज्य भर में अपने संगठन को मजबूत कर रही है और मेहनती और समर्पित पार्टी कार्यकर्ताओं के बल पर सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और सरकार बनाएगी।' चौटाला ने कहा कि पिछले साल इंडियन नेशनल लोकदल में विभाजन के बाद बनी जेजेपी, स्वर्गीय चौधरी देवी लाल और बीआर अम्बेडकर के आदर्शों पर आगे बढ़ रही है। चौटाला ने कहा, '11 अगस्त को बीएसपी के साथ गठबंधन करने के बाद, हमारा प्रयास किसानों और मजदूर वर्ग को मजबूत बनाकर पूंजीवादी ताकतों को सत्ता उखाड़ फेंकने का था। सीट बंटवारे पर नहीं बनी सहमति शुक्रवार रात गठबंधन खत्म करने के फैसले की घोषणा करते हुए, मायावती ने ट्वीट किया कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए चौटाला के साथ किया गया समझौता प्रस्तावित सीट-बंटवारे के फॉर्मूले के अनुसार 'अनुचित' था। दोनों दलों ने 11 अगस्त को गठबंधन में चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, जिसमें जेजेपी ने 50 और बीएसपी ने 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया था। बीएसपी ने पहले ओम प्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाले इनेलो के साथ गठबंधन किया था, जो केवल नौ महीने तक चला था। लोकसभा चुनाव के दौरान पूर्व सांसद राज कुमार सैनी की लोकतांत्रिक सुरक्षा पार्टी के साथ भी इसका गठबंधन था।

Posted By: Mukul Kumar