Hasmukh Review : हसमुख एक वेब सीरीज में है जिसमें लीड रोल में काॅमडियन वीर दास एक मर्डर्स और स्टेज परफार्म का रोल कर रहे हैं। वो हर परफार्मेंस से पहले एक मर्डर करते हैं। बता दें कि सीरीज 17 अप्रैल को रिलीज हो चुकी है। चलिए इस रिव्यू के जरिए जानते हैं कि इसे देखने की क्या वजह हैं।

हसमुख कास्ट : वीर दास, रणवीर शौरी, रवि किशन, मनोज पहवा, अमृता बाग्ची, सुहैल नायर, रजा मुराद

डायरेक्टर : निखिल गोंगसल्व्स

Hasmukh Review : हसमुख में स्टैंडप काॅमेडियन वीर दास ने स्टेज परफार्मर की भूमिका निभाई है। वेब सीरीज में उनका किरदार काफी पर्तों वाला है जिसका नाम है हसमुख, उनके अंदर कई पर्सनैलिटीज हैं। हालांकि उन्होंने अच्छी एक्टिंक की है। वो यूपी के स्मालटाउन ब्वाॅय की भूमिका निभाते हैं जिसे अपनी जिंदगी में ग्लैमर चाहिए। सीरीज में वो अपने कमफर्ट जोन से निकल कर एक शानदार शो करते हैं। इस सीरीज का निर्देशन निखिल आडवाणी ने किया है। हर काॅमेडियन में कुछ न कुछ स्पेशल होता है। वो कई बार गिर कर उठता है और फिर उसे परफार्म करने के लिए एक स्टेज मिलता है। जैसा की हमें मालूम हो ये सीरीज एक मर्डर थ्रिलर है तो हसमुख की इस परफार्मेंस के दौरान एक मर्डर होता है। सीरीज का ये सीन आपके ध्यान को खींचता है, म्युजिक व सस्पेंस के जरिए। एक स्ट्रगलर स्टैंडअप काॅमेडियन हसमुख एक दिन अपने गुरु गुलाटी (मनोज पहवा) की हत्या कर देता है और महसूस करता है कि हत्या करने के बाद वो और भी ह्यूमरस हो गया। हसमुख बाद में एक मैनेजर भी रख लेता जिसका नाम जिमी होता है। जिमी का रोल रणवीर शौरी ने किया है। अपने होमटाउन सहारनपुर में उसे काॅमेडियन के तौर पर सक्सेज पाने के बाद वो दोनों मुंबई को रवाना हो जाते हैं। यहां वो अपने हर शो से पहले एक हत्या करता है जो उसे पहले से अधिक ह्यूमरस बना देता है। साथ काम करते- करते रणवीर को हसमुख के मर्डर सीक्रेट की बात पता चल जाती है।

10 एपिसोड्स की सीरीज

निर्देशक निखिल ने दर्शकों को एक छोटे शहर से लेकर बड़े शहर की चकाचौंध तक के बारे में दिखाया है। किस तरह एक स्मालटाउन ब्वाॅय मुंबई तक पहुंचता है, एक ऐसी सिटी में जो अपनी चकाचौंध, काॅमिक और सीरीयल किलिंग के लिए जानी जाती है। निर्देशक ने जगह और घटनाओं के बदलते क्रम के साथ म्युजिक और नेरेशन को मेंटेन रखा है। ये सीरीज 10 एपिसोड्स की है। हर एपिसोड करीब 30 से 60 मिनट का है।

जबरन 10 एपिसोड बने

एक शानदार शुरुआत के बाद कहानी की रफ्तार धीमी होने लगती है। यहां लेखन में थोड़ी कमी महसूस होती है और एक पटकथा जिसे लगभग सात या आठ एपिसोड में लपेटा जाना चाहिए था, उसे बेवजह बढ़ाया गया। वीर दास के लिए एक बड़ी चुनौती एक हास्य कलाकार के रूप में अपनी छवि में बदलाव है। सेमी इंटेलिजेंट, पति- पत्नी पर चुटकुले छोटे शहर के हसमुख के ब्रांड को परिभाषित करते हैं।

कैसी लगी एक्टिंग

स्क्रिप्टिंग में कुछ कमी सी लग रही है। इसके बावजूद वीर ने सीरीज में अपनी प्रेजेंस को एक्टिंग के माध्यम से शानदार बनाया। कहा जा सकता है कि इस सीरीज को आप वीर दास के लिए देख सकते हैं। रणवीर शौरी एक मैनेजर व रवि किशन टीवी चैनल के मालिक के रूप में परफेक्टली कास्ट किए गए हैं। जबकि रजा मुराद ने भी बॉलीवुड को कंट्रोल करने वाले गैंगस्टर जमील भाई के रूप में बहेतरीन प्रदर्सन किया है।

रेटिंग : 2.5 स्टार

Reviewed By : (Vinayak Chakravorty) -- IANS

Posted By: Vandana Sharma