-कैंट रेलवे स्टेशन के सामने फ्लाईओवर का शटरिंग टूटकर गिरा

-हादसे में एक राहगीर का पैर फ्रैक्चर, दो मजदूर भी घायल

-डेढ़ साल पूर्व फ्लाईओवर का बिम गिरने से हुई थी पंद्रह मौतें,

-जुलाई में मैकेनिक को मारा था करेंट

यह शहर हादसों से सबक नहीं लेता। जैसे इंसान के जान की कोई परवान ही किसी को नहीं है। तभी तो 15 लोगों की जान ले चुके निर्माणाधीन कैंट फ्लाईओवर ने शुक्रवार को हादसों का हैट ट्रिक पूरा कर लिया। कैंट रेलवे स्टेशन के सामने अचानक शटरिंग टूट कर गिर पड़ी। नीचे से गुजर रहा राहगीर गंभीर रूप से घायल हो गया। दो मजदूर शटरिंग के सहारे हवा में झूलने लगे। स्थानीय लोगों ने रस्सी के सहारे उनकी जान बचायी। डेढ़ साल पहले बिम गिरने से 15 लोगों की जान चली गयी थी। वहीं दो महीने पहले काम करते हुए मजदूर करंट की चपेट में आ गया था।

अचानक गिरा शटरिंग

कैंट-चौकाघाट निर्माणाधीन फ्लाईओवर के पिलर संख्या 63-64 के बीच शुक्रवार को शटरिंग के बाद ढलाई का काम चल रहा था। दोपहर बाद तीन बजकर 50 मिनट पर अचानक कैंट रेलवे स्टेशन के सामने शटरिंग का एक हिस्सा सीमेंट-कंक्रीट से तैयार मसाला के साथ नीचे गिर पड़ा। निर्माणाधीन फ्लाईओवर के नीचे पैदल जा रहे गाजीपुर जमनिया का कुलदीप राय (35 वर्ष) इसकी चपेट में आ गया। ऊपर दो मजदूर शटरिंग पकड़कर हवा में झूलते हुए जान बचाने की गुहार लगाने लगे।

कुलदीप का दाहिना पैर टूट गया। क्षेत्रीय लोगों ने आनन-फानन में उसे मंडलीय अस्पताल भेजा। हवा में लटकते मजदूरों स्थानीय दुकानदारों ने रस्सी फेंककर बचाया।

बाल-बाल बचे गर्वनर

हादसे से चंद मिनट पहले गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत इसी रास्ते से सपत्नीक गुजरे थे। संयोग ही रहा कि शटरिंग काफिले पर नहीं गिरा अन्यथा किसी बड़ी घटना से इनकार नहीं जा सकता था। मगर, फिर भी सेतु निगम की इस लापरवाही को डीएम सुरेंद्र सिंह ने काफी गंभीरता से लिया है। हादसे की सूचना पाकर कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव भी मौके पर पहुंचे और घायलों के बारे में जानकारियां जुटाते हुए हर संभव मदद करने का अधिकारियों को निर्देश दिया।

सब चल रहा मनमाना

-मई 2018 को कैंट फ्लाईओवर का बिम गिरने से पंद्रह लोगों की मौत हो गई थी तो वहीं दर्जनों लोग घायल हुए थे।

-जुलाई 2019 को शटरिंग वेल्डिंग के दौरान मैकेनिक शालू निवासी पीलीभीत भी करंट से झुलस गया था।

-फ्लाईओवर हादसे में सुरक्षा मानकों की जबरदस्त अनदेखी होती है

-शुक्रवार को शटरिंग के दौरान बाहर की तरफ जाली नहीं लगाई थी।

-ढलाई के दौरान ट्रैफिक तक ब्लॉक करने की जहमत नहीं उठाई गई थी।

-इन दिनों सेतु निगम महाप्रबंधक सहित प्रोजेक्ट मैनेजर भी इधर जांच पड़ताल को नहीं आ रहे थे।

-सेतु निगम की निर्माणाधीन फ्लाइओवर की शटरिंग गिरने की सूचना पर पुलिस-प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया।

-मौके पर पहुंचे सेतु निगम के महाप्रबंधक सुनील कुमार ने सहायक अभियंता को जांच कर रिपोर्ट देने को निर्देशित किया है।

Posted By: Inextlive