कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हाथरस सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की मौत पर बुधवार को योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह मरी नहीं बल्कि निर्मम सरकार द्वारा हत्या की गई। अंतिम संस्कार के नाम पर उसके शरीर को जबरन जलाया गया। कांग्रेस अध्यक्ष ने पीड़ित परिवार संग खड़े होने की बात कही। इसके पहले प्रियंका गांधी ने भी सरकार पर हमला किया था।


नई दिल्ली (एएनआई)। उत्तर प्रदेश के हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म के बाद हुई पीड़िता की माैत और पुलिस प्रशासन को लेकर प्रियंका गांधी के बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला किया। सोनिया गांधी ने एक वीडियो बयान में कहा कि मैं पूछना चाहती हूं, क्या लड़की होना एक अपराध है? एक गरीब लड़की होना एक अपराध है? यूपी सरकार क्या कर रही थी कि वह न्याय मांगने वाले परिवार की आवाज नहीं सुन सकी? उन्होंने मामले को दबाने की कोशिश की। पीड़िता को समय पर उचित चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गईं। एक मां अपनी बेटी को अंतिम विदाई नहीं दे सकी


सोनिया गांधी ने कहा कि एक बच्ची दुनिया छोड़कर चली गई है। मैं कहना चाहती हूं कि हाथरस की निर्भया की मौत नहीं हुई। उसकी हत्या उत्तर प्रदेश सरकार, उसके प्रशासन और उसकी उपेक्षा से हुई थी। सोनिया गांधी यह भी बोलीं कि जब वह (पीड़ित) जीवित थी, तो उसे न्याय नहीं दिया गया था, उसकी रक्षा नहीं की गई थी। पीड़िता का अंतिम संस्कार बलपूर्वक किया गया और उसके शव को उसके आवास पर नहीं ले जाया गया। उसका शव उसके परिवार को नहीं सौंपा गया था। एक रोती हुई मां अपनी बेटी को अंतिम विदाई नहीं दे सकी। यह बहुत बड़ा पाप है।कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिवार के साथ खड़ीसोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। भारत में सभी को सम्मान के साथ जीने का अधिकार है। संविधान ने हमें यह अधिकार दिया है। हम भाजपा को संविधान और देश को नष्ट नहीं करने देंगे।बता दें कि हाथरस में 14 सितंबर को 19 साल की युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि हालत में सुधार के कोई संकेत नहीं मिलने के बाद सोमवार को अलीगढ़ से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल भेज दिया गया था।पुलिस ने रात में ही शव को जबरन जला दिया

मंगलवार की सुबह में पीड़िता ने दम तोड़ दिया था। इस मामले में आरोप है कि पुलिस ने लोगों में फैले आक्रोश को देखते हुए कल रात में ही शव को जबरन जला दिया था। हालांकि प्रदेश सरकार ने इस मामले में बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने यह भी कहा कि मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है। यह टीम 7 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपेगी।

Posted By: Shweta Mishra