Agra: एक डॉक्टर ने एक मामूली विवाद को गहरी रंजिश का रूप दे दिया. उसके दिमाग में अपने पड़ोसी न्यूज पेपर हॉकर को मारने की प्लानिंग घर कर गई. सैटरडे मॉर्निंग उसने मौका पाते ही बेटे के साथ हॉकर के ऊपर कुल्हाड़ी से जोरदार हमलाकर उसे मौत की नींद सुला दिया. हॉकर की चीख-पुकार सुनकर घर से बाहर निकाली पत्नी को भी बेरहमों ने कुल्हाड़ी के वार से गंभीर रूप से घायल कर दिया. पत्नी एक प्राइवेट नर्सिंग होम में जिदंगी और मौत से लड़ रही है.


न्यूज पेपर का है हॉकरकुल भूषण जैन 45 साल पुत्र रवेन्द्र कुमार जैन नगला बेनी बजीरपुरा हरीपर्वत का निवासी है। 30 साल से न्यूज पेपर बेंचने का काम कर रहा था। भूषण के चार बच्चे में तीन बेटियां हैं.  सभी बच्चे पिता के काम में हाथ सपोर्ट करते हैं। दो साल पहले स्वामी राम विश्वास उर्फ समीर चटर्ची ने इनके सामने का मकान खरीद लिया।छज्जे को लेकर विवादसमीर चटर्ची ने मकान का निर्माण कराया। उसी में छज्जे को निकालने का हॉकर भूषण ने विरोध किया। इसी को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया। मामला कोर्ट में पहुंचा, लेकिन एक साल पहले दोनों में समझौता हो गया। समीर चटर्ची पास ही अपनी क्लीनिक चलाता है। वह बंगाली डॉक्टर के नाम से फैमस है। उसके परिवार में एक बेटा और पत्नी हैं। डॉक्टर मानने लगा दुश्मनी


हॉकर और डॉक्टर में समझौता तो हो गया। लेकिन, छज्जा न बनने से बंगाली डॉक्टर अंदर ही अंदर हॉकर से दुश्मनी मानने लगा। इस दौरान कई बार एक दूसरे के सामने टकराने की कोशिश की। लेकिन, पड़ोसियों के समझाने पर मामला शांत हो जाता रहा।मार्निंग में हुई घटना

हॉकर कुल भूषण जैन मार्निंग में पांच बजे सेंटर के लिए घर से बाहर निकले। इसी दौरान अचानक बंगाली समीर चटर्ची और उसके बेटे मंगल ने हॉकर को पकड़ लिया। समीर ने  कुल्हाड़ी से हॉकर जैन की गर्दन और सीने पर कई प्रहार कर दिए। हॉकर की चीख-पुकार सुन पत्नी संध्या जैन बाहर को भागी। संध्या पर भी समीर ने कुल्हाड़ी से वार कर दिए।तड़पता रहा गली मेंबंगाली समीर कुल्हाड़ी लेकर बेटे के साथ पालीवाल पार्क की तरफ भाग गया। पड़ोसियों ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। हॉकर गली में तड़प रहा था। ब्लड उसके शरीर से पानी की तरह बह रहा था। पुलिस सूचना के बाद भी पचास मिनट देर से पहुंची। पुलिस नहीं आई तो पड़ोसी हॉकर को सब्जी की ठेल पर रखकर हॉस्पिटल की ओर भागे। हॉकर के शरीर से ज्यादा ब्लड बह जाने के कारण एसएन पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। काफी देर के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने हॉकर की पत्नी संध्या को गंभीर हालत में पुष्पाजंलि हॉस्पिटल में भर्ती कराया। संध्या को आईसीयू में रखा गया है। इंस्पेक्टर संतोष यादव ने बताया बंगाली की पत्नी को हिरासत में ले लिया है। कार्रवाई की जा रही है।बेटियां बढ़ाएंगी पिता का करोबार

मासूम शिखा, चीना और सुचि पांच साल की उम्र से पिता के न्यूज पेपर सेलिंग के काम में बराबरी का सपोर्ट करती थीं। मुसीबतों के पहाड़ गिरने पर भी वे पिता के सपनों को पूरा करने के लिए टूटी नहीं है। वे बेरहम बने टाइम को मुंह तोड़ जबाव देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उनका हौसला बोलता है। अब पिता की जिम्मेदारियों को वे पूरा करेगी।फैमली की जिम्मेदारीहॉकर कुल भूषण जैन की मौत के बाद फैमली की जिम्मेदारी शिखा जैन 16 साल के ऊपर आ गई है। शिखा पिता के साथ पांच साल की उम्र से ही काम कर रही है। शिखा से छोटी दो चीना 15 साल, सुचि 13 साल भाई अनमोल 11 साल का है। दोनों बहनें स्कूल जाने से पहले न्यूज पेपर बांटती हैं।पढ़तें हैं कॉन्वेंट स्कूल मेंन्यूज पेपर बेंचने के साथ सभी बहनें पढ़ती हैं। शिखा और चीना ने बारहवीं पास कर लिया है। सुचि सेंट जोजेफ में और अनमोल सेंट पॉल में पढ़ता है। इन सभी की पढ़ाई का लोड शिखा के कंधों पर आ गया है। हॉकर की पत्नी हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती है। बढ़ाएंगी कारोबार को
कुल भूषण ने सिटी के करीब सभी न्यूज पेपर्स की एजेन्सी ले रखी थी। बेटियां स्कूल के बाद एक मिड पेपर को सप्लाई करती हैं। हॉकर की मौत के बाद शिखा अपने पिता के कारोबार को आगे बढ़ाने को तैयार है। शिखा की आंखों में आंसू भर कर कहती है कि चाहे मुझे अपनी पढ़ाई बंद करनी पढ़े, लेकिन भाई बहनों को जरूर पढ़ाउंगी। पापा के सपने को पूरा करूंगी।

Posted By: Inextlive