-पुलिस लाइन के हेल्थ कैंप में 160 पुलिसकर्मियों ने कराया चेकअप

-बढ़ी मिली सुगर तो डायबिटीज के नए मरीज आए सामने

-हाई ब्लड प्रेशर से पीडि़त हैं कई, इलाज के लिए नजरअंदाजी आई सामने

Meerut : मेरठ के पुलिसवाले इलाज को लेकर लापरवाह हैं। रविवार को पुलिस लाइन में लगाए गए हेल्थ कैंप में इस बात का खुलासा हुआ। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ। राजीव अग्रवाल के नेतृत्व में लगाए गए इस कैंप में करीब 160 पुलिसकर्मियों ने अपना चेकअप कराया।

डायबिटीज के बढ़े रोगी

डॉ। अग्रवाल ने बताया कि कैंप में आए पुलिसकर्मियों में से करीब 15-17 ऐसे मरीज सामने आए, जिनकी सुगर बढ़ी निकली, ये डायबिटीज के नए पेसेंट थे। करीब दस ऐसे मरीज थे, जो पहले से डायबिटीज सफर कर रहे हैं। इलाज में लापरवाही की वजह से उनकी परेशानी बढ़ रही है। ऐसे मरीजों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे अपना इलाज कराएं और परहेज करें। इसके अलावा 25 के करीब हार्ट पेसेंट कैंप में आए।

दिनचर्या नहीं सुधरी तो होगी मुश्किल

डॉ। अग्रवाल ने बताया कि हार्ट के कई ऐसे मरीज भी थे जो एंजियोप्लास्टी करा चुके थे और बाद इसके इलाज नहीं ले रहे थे। पुलिसकर्मी स्वास्थ्य को लेकर जागरूक नहीं हैं और न ही वे नियमित चेकअप करा रहे हैं। कैंप में आए पुलिसकर्मियों का कहना है कि ड्यूटी फिक्स न होने से उनका रुटीन नहीं बन पा रहा है। चाहकर भी वे अपने स्वास्थ्य की फिक्र नहीं कर पा रहे हैं।

जागरुकता आवश्यक है

डायबिटीज, आई और हार्ट के मरीजों को कैंप में निशुल्क परामर्श दिया गया तो वहीं डॉ। अग्रवाल ने पुलिस अधिकारियों से अपील की कि वे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से तालमेल बैठाकर हर 15 दिन में एक कैंप लगाए या जागरुकता शिविर का आयोजन करें। उन्होंने कहा कि पुलिस और मेडिकल के बीच कम्यूनिटी इंटरेक्शन होगा तो जागरुकता बढेगी। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ। रूप, डॉ। गोपाल और डॉयटीशियन कामिनी ने पुलिसकर्मियों को चिकित्सीय परामर्श दिया।

ये रहे मौजूद

कैंप में एसएसपी दिनेश चंद्र दुबे, आरआई सत्यप्रकाश शर्मा, एएसपी सिद्धार्थ, एसपी क्राइम तेज स्वरूप सिंह आदि अधिकारियों के अलावा पुलिसकर्मी मौजूद थे। आरआई ने बताया कि हेल्थ चेकअप के बाद पुलिसकर्मियों को 'फिट एंड फाइन' रहने, समय से इलाज कराने के निर्देश एसएसपी ने दिए।

Posted By: Inextlive