फर्जी अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर कर हो गई औपचारिकता
- स्वास्थ्य विभाग की अवैध अस्पतालों पर कार्रवाई पर खड़े हो रहे सवाल
- एफआईआर दर्ज करा हुई इतिश्री आगरा। बिना रजिस्ट्रेशन के कुछ कमरों में मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई नरम हो गई है। पिछले दिनों आगरा के अवैध अस्पतालों पर विभाग की हुई बैक टू बैक कार्रवाई में अब थानों में एफआईआर दर्ज कराकर इतिश्री कर ली गई है। वहीं पुलिस ने भी कार्रवाई को ठंडे बस्ते में डाल दिया। नौ अस्पतालों के खिलाफ दर्ज कराई थी एफआईआरगत माह स्वास्थ्य विभाग की ओर से आगरा में बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे अस्पतालों पर कार्रवाई की थी। इन अस्पतालों पर नोटिस देने या सील करने की कार्रवाई की गई थी जबकि नियमानुसार इनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जानी थी। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने एफआईआर दर्ज नहीं कराई। इसके बाद दबाव के कारण विभाग ने एफआईआर तो करवाई लेकिन इसके बाद कार्रवाई के नाम पर पूर्ण विराम लग गया है। एफआईआर दर्ज कराए 15 दिन से ज्यादा समय हो गया है लेकिन अभी तक एक भी अस्पताल संचालक की गिरफ्तारी तक नहीं हुई है।
मानकों की धज्जियां फिर भी सिर्फ नोटिस दियामंगलवार को ही स्वास्थ्य विभाग ने कमाल खां क्षेत्र के दो अस्पतालों पर कार्रवाई की थी। ये दोनों अस्पताल न सिर्फ बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहे थे बल्कि मानकों की धज्जियां भी उड़ा रहे थे। दो से तीन कमरों में चल रहे अस्पताल में छोटे से कमरे में ऑपरेशन थियेटर था और सर्जरी के उपकरण खुले में पड़े थे। मरीजों की जान से खुलेआम खिलवाड़ करने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने सिर्फ संचालकों को नोटिस देने जैसी मामूली कार्रवाई कर औपरचारिकता पूरी कर ली। अस्पतालों को न तो सीज किया गया और न ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की जहमत उठाई गई।