RANCHI: राजधानी में मानसून आ चुका है। ऐसे में बरसात में होने वाली बीमारियां भी बढ़ेंगी। इसके बावजूद आजतक न तो हेल्थ डिपार्टमेंट ने तैयारी की है और न ही नगर निगम ने। इतना ही नहीं, आजतक हेल्थ डिपार्टमेंट ने इसे लेकर सर्वे भी शुरू नहीं कराया है। जबकि पिछले साल चिकनगुनिया ने सिटी में कहर बरपाया था। उस समय 400 से अधिक मरीज इसकी चपेट में आए थे। हालांकि इस साल अब तक एक भी चिकनगुनिया का मामला सामने नहीं आया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या हेल्थ डिपार्टमेंट चिकनगुनिया से निपटने के लिए इस साल भी आपदा का इंतजार कर रहा है?

घरों में नहीं चला चेकिंग अभियान

हेल्थ डिपार्टमेंट ने पिछले साल चिकनगुनिया के केसेज मिलने के बाद डोर टू डोर कैंपेन चलाया था। इसमें नगर निगम की टीम ने मच्छरों का लार्वा ढूंढने में मदद की थी। वहीं घरों में छिड़काव कर बचाव की जानकारी दी गई थी। वहीं हेल्थ डिपार्टमेंट ने भी मोहल्लों में कैंप लगाकर लोगों की स्क्रीनिंग की थी ताकि चिकनगुनिया के लक्षण का पता लगाया जा सके। लेकिन इस साल तो किसी का ध्यान ही नहीं है।

दवाएं तो हैं पर नहीं बना सेपरेट सेंटर

हेल्थ डिपार्टमेंट ने चिकनगुनिया से निपटने के लिए तैयारी तो कर दी है। दवाओं का स्टॉक भी डिस्ट्रिक्ट के स्टोर में है। लेकिन आजतक अलग सेंटर ही नहीं बनाया गया है जहां मरीजों का इलाज किया जाएगा। पिछली बार मरीजों के मिलने के बाद आनन-फानन में पुरानी बिल्डिंग के हॉल में ही बेड लगा दिया गया था।

वर्जन

एक जुलाई से सिटी के अलग-अलग इलाकों का सर्वे करेंगे और पता लगाएंगे कि किस एरिया में चिकनगुनिया फैलने की संभावना है। दवाएं अवेलेवल है और जल्द ही एक सेंटर भी बनाएंगे। फिलहाल कहीं से चिकनगुनिया के मरीज की सूचना नहीं है। अभी बरसात शुरू हुआ है लेकिन हमलोग तैयार है।

डॉ.विजय बिहारी प्रसाद, सीएस, रांची

Posted By: Inextlive