--स्वास्थ्य विभाग ने प्राइवेट प्रैक्टिस रोकने के लिए स्पेशल विजलेंस यूनिट का किया था गठन

--मोबाइल नंबर जारी कर लोगों से भी जानकारी देने की अपील की

रांची : रिम्स के डॉक्टर निजी प्रैक्टिस करते हैं तो आम लोग भी इसकी शिकायत कर सकेंगे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से गठित स्पेशल विजिलेंस टीम ने मंगलवार को मोबाइल नंबर और ईमेल आइडी जारी किया है। आम नागरिक भी रिम्स के चिकित्सकों की शिकायत सीधे इन अधिकारियों से कर सकते हैं.विभाग ने संबंधित अधिकारियों के मोबाइल नंबर जारी करते हुए कहा है कि रिम्स अधिनियम 2002, रिम्स नियमावली 2002 व रिम्स विनियम 2002 के प्रावधानों के तहत राज्य सरकार द्वारा रिम्स के चिकित्सकों को गैर-व्यवसायिक भत्ता (नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस) दिया जा रहा है। बावजूद यहां के चिकित्सकों के प्राइवेट प्रैक्टिस करने की सूचना मिलती है। इसी पर लगाम कसने के लिए टीम बनी है। विभाग ने आम लोगों से अपील की है कि रिम्स के चिकित्सक जहां भी प्राइवेट प्रैक्टिस करते दिखें तो तुरंत इसकी सूचना इन नंबरों पर विजलेंस यूनिट को दें।

टीम करेगी जांच

रिम्स के चिकित्सकों की प्राइवेट प्रैक्टिस पर रोक लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के विशेष सचिव चंद्रकिशोर उरांव की अध्यक्षता में एक स्पेशल विजलेंस यूनिट का गठन किया है। टीम प्राइवेट प्रैक्टिस से संबंधित सभी बिंदुओं पर जांच करेंगी। टीम को स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे डॉक्टरों की पहचान और उन्हें रंगे हाथों पकड़ने का निर्देश दिया है। बता दें कि रिम्स के चिकित्सकों के निजी प्रैक्टिस मामले में हाई कोर्ट भी सख्त है। हाई कोर्ट ने भी कई बार प्राइवेट प्रैक्टिस पर लगाम लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग और रिम्स निदेशक को फटकार लगा चुकी है। हाई कोर्ट के आदेश के बाद ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीम बनी है।

इन नंबरों पर फोन या वाट्सएप पर दे सकते हैं सूचना

स्पेशल विजलेंस यूनिट

1. चंद्रकिशोर उरांव - अध्यक्ष - 9471162067

2. अनिमेश नचिकेता - सदस्य - 9471615425

3. डॉ। एलएन प्रदीप बाड़ा - सदस्य - 8789669877

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Posted By: Inextlive