यंग इंडिया को फिट रखेगा हेल्थ महकमा
- कॉलेज में जाकर होगी स्टूडेंट्स की जांच
- एनीमिया और कई बीमारियों की दी जाएगी दवा GORAKHPUR: किसी तरह की फिजिकल प्रॉब्लम हो या फिर मेंटल। नशे की लत हो या फिर कोई गोपनीय परेशानी, यंग इंडिया की इस प्रॉब्लम का सॉल्युशन अब उन्हें उनके इंस्टीट्यूशन में ही मिलेगा। यंगस्टर्स की प्रॉब्लम का सॉल्युशन प्रोवाइड करने के लिए हेल्थ महकमे ने 'किशोर स्वास्थ्य मंच' मुहिम छेड़ी है। पापुलेशन इंटरनेशनल सर्विसेज (पीएसआई) के सहयोग से शुरू हुई इस मुहिम में स्टूडेंट्स की प्रॉब्लम के सॉल्युशन के साथ ही उन्हें इस उम्र में होने वाली बीमारियां और उनसे निपटने के तरीके बताए जाएंगे। दे सकेंगे कॉन्फिडेंशियल लेटरएसीएमओ डॉ। आईवी विश्वकर्मा ने बताया कि टीनएज में कई ऐसे फिजिकल चेंज होते हैं, जिनके बारे में खुल कर बात करने में हिचक होती है। ऐसी प्रॉब्लम के सॉल्युशन को ध्यान में रखकर इस मंच को तैयार किया गया है। इसमें किशोरों की मन की बात जानने के लिए कॉन्फिडेंशियल लेटर का भी सहारा लिया जाएगा। वहीं, इसके अलावा स्टूडेंट्स में आने वाली दूसरी प्रॉब्लम का भी सॉल्युशन उन्हें दिया जाएगा। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके) की डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर डॉ। अर्चना ने बताया कि इस मंच के जरिए एनीमिया, साफ-सफाई, टीनएजर्स की प्रॉब्लम के बारे में 10 से 19 साल तक के यंगस्टर्स को अवेयर भी किया जाएगा। उन्होंने प्रोग्राम के दौरान वीकली आइरन और फोलिक एसिड का इस्तेमाल करने की सलाह दी।
वॉट्सएप ग्रुप से फैलेगी अवेयरनेस डॉ। अर्चना ने बताया कि पीएसआई की मदद से गोरखपुर से ही यह नई पहल हुई है। इसमें टीनएजर्स से उनका वॉट्सएप नंबर कलेक्ट किया जाएगा। इसके बाद एक ग्रुप फॉर्म होगा, जिसके जरिए अवेयरनेस फैलाई जाएगी। अर्बन एरियाज में इस प्रोग्राम को लाइव यूपीएचसी विद लाइव चैट शो नाम से चलाया जाएगा, जबकि रूरल एरिया में इसे नेशनल चाइल्ड हेल्थ प्रोग्राम (आरबीएसके) टीम की हेल्प से यह अवेयरनेस प्रोग्राम चलाया जाएगा। प्रोग्राम की मंशा यही है कि यंगस्टर्स से उनकी प्रॉब्लम जानी जाए और उनको इसका प्रॉपर साल्युशन मिल सके। पीएसआई राज्य के बीस जिलों में करने जा रही है, जिसकी शुरुआत गोरखपुर से हुई है। गर्ल्स को इसे लेकर किया जा रहा है अवेयर - गुड टच-बेड टच - सेफ सर्किल - माहवारी के दौरान साफ-सफाई - मॉडर्न कंट्रासेप्टिव - नशावृत्ति की रोकथाम - पोषक तत्वों से युक्त खानपानटीनएजर्स की सेहत पर खासतौर पर फोकस किया जा रहा है। वीकली आयरन फोलिक एसिड (विफ्स) प्रोग्राम के तहत स्कूली किशोरियों को आयरन कैल्शियम की दवाएं फ्री ऑफ कॉस्ट दी जा रही हैं। वहीं फ्री ऑफ कॉस्ट सैनेटरी पैड भी दिए जाते हैं। शासन की मंशा के मुताबिक जनपद में किशोर स्वास्थ्य मंच कार्यक्रम के आयोजन भी कराए जा रहे हैं।
डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीएमओ