ALLAHABAD: शिक्षामित्रों का समायोजन रद होने में प्रदेश सरकार का कोई लेना देना नही है। सुप्रीम कोर्ट ने लोगों द्वारा दायर की गई पीआईएल पर सुनवाई करते हुए यह फैसला दिया है। यह कहना था प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री व प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह का। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि इसके लिए पिछली सरकार जिम्मेदार है और हमारी सहानुभूति शिक्षामित्रों के साथ है। उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्कूलों में बच्चे पढ़ाई में कमजोर हैं ओर उनके भविष्य से खिलवाड़ नही किया जा सकता। शिक्षकों पर इमानदारी से बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी है।

महागठबंधन नही बल्कि महाविश्वासघात

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बिहार में जद यू व भाजपा गठबंधन की सरकार बनना हर्ष का विषय है और अभी तक बिहार में महागठबंधन नहीं बल्कि महाविश्वासघात का था। जो लोग यूपी में महागठबंधन का सपना देख रहे थे वह चूर-चूर हो गया। उन्होंने डेंगू से बचाव के लिए जागरुकता पर बल दिया। कहा कि सरकार ने फागिंग शुरू करा दी है और हॉस्पिटल्स में डेंगू के लिए अलग से हेल्प काउंटर खोले गए हैं।

सबका साथ, सबका विकास है उददेश्य

शुक्रवार को बमरौली पावर हाउस पूरामुफ्ती में 30 लोगों को फ्री विद्युत कनेक्शन का प्रमाण पत्र, दस दिव्यांगों को ट्राई साइकिल का वितरण स्वास्थ्य मंत्री ने किया। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यूपी विकास की राह पर चल पड़ा है। योगी सरकार पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाने का काम कर रही है। कहा कि अभी 500 लोगों को फ्री विद्युत कनेक्शन दिए जा चुके हैं। उन्होंने अधिकारियों को गरीबों के हित में काम करने को कहा। मीरापट्टी में जलभराव पर कहा कि हर साल आती रही है समाधान नही हुआ। जीटी रोड के दोनों तरफ सड़क चार-पांच फुट नीचे कालोनियों का निर्माण हुआ है। यह समस्या का कारण है।

Posted By: Inextlive