इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन की आमसभा में लिया गया फैसला

ALLAHABAD: क्लीनिकल इस्टेब्लिशमेंट एक्ट लागू करने के विरोध में इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन की ओर से रविवार को एएमए परिसर में आम सभा का आयोजन किया गया। इसमें डाक्टर्स ने एक्ट के लागू होने के बाद होने वाली समस्याओं पर विस्तार से चचा की। इस अवसर पर डाक्टर्स को जानकारी देते हुए पदाधिकारियों ने बताया कि छह जून को पूरे देश में आईएमए की सभी 30 प्रादेशिक शाखाओं एवं 1700 स्थानीय शाखाओं से चिकित्सक विरोध प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे है। जिसमें सभी सम्मिलित चिकित्सक, राजघाट से इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम तक पदयात्रा करते हुए अपना विरोध दर्ज कराएंगे।

पूंजीवादियों को दिया जा रहा मौका

एएमए की ओर से आयोजित सभा को संबोधित करते हुए आईएमए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ। अशोक अग्रवाल ने कहा इस एक्ट से न सिर्फ डाक्टर के स्वरोजगार में गिरावट आएगी बल्कि पूंजीवादी लोगों के हाथों में स्वास्थ्य सेवा सिमट कर रह जाएगी। बड़े पूंजीवादी अस्पताल के द्वारा प्रदत्त स्वास्थ्य सेवा आम जनता की पहुंच से बाहर होगी। इस अवसर पर एएमए के सचिव डॉ। त्रिभुवन सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा का लगभग 80 प्रतिशत भाग प्राइवेट सेक्टर के कंधों पर है। सरकारी स्वास्थ्य सेवा की बदहाली से लगभग सभी परिचित हैं। ऐसी स्थिति में यह कानून समाज के लिए घातक होगा। उन्होंने बताया कि चिकित्सको के विरोध को देखते हुए छह जून को प्रदेश की सभी स्वास्थ्य सेवाएं सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक बंद रखी जाएगी। इसमें नर्सिगहोम एसोसिएशन और डेंटल एसोसिएशन ने भी अपना समर्थन दिया है। इस अवसर पर डॉ। अनिल शुक्ला, डॉ। एसके राठी, डॉ। आलोक खरे, डॉ। जीएस सिन्हा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive