रांची: सीबीआइ के विशेष जज एसके पांडेय की अदालत में मंगलवार को नेशनल तारा शाहदेव के चर्चित मामले की सुनवाई हुई। प्रतिपक्ष की ओर से अभियुक्त रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन ने खुद अभियोजन पक्ष के गवाह सिविल सर्जन वीबी प्रसाद से क्रॉस प्रश्न किया। सिविल सर्जन वीबी प्रसाद पूर्व में सदर अस्पताल में चिकित्सक के रूप में तैनात थे। नौ अगस्त 2014 को तारा शाहदेव का स्वास्थ्य परीक्षण कर जांच रिपोर्ट उन्हीं ने तैयार की थी। स्वास्थ्य रिपोर्ट सीबीआइ दिल्ली को भेजी गई थी। अदालत में उन्होंने जांच रिपोर्ट और उस पर किए गए हस्ताक्षर की पहचान की। जांच रिपोर्ट में तारा शाहदेव के शरीर के विभिन्न हिस्सों पर चोट के निशान पाए जाने की बात लिखी गई थीे। जख्म सप्ताह भर पुराने थे। सुनवाई के दौरान इस मामले में आरोपित बनाए गए हाईकोर्ट के तत्कालीन रजिस्ट्रार(विजिलेंस)मुश्ताक अहमद और रंजीत कोहली की मां कौशल रानी भी अदालत में उपस्थित थी।

मालूम हो कि तारा शाहदेव ने रंजीत कोहली ऊर्फ रकीबुल हसन के खिलाफ 2014 में धर्म छिपाकर शादी करने, मारपीट, अत्याचार और धर्म परिवर्तन का दबाव डालने की प्राथमिकी ¨हदपीढ़ी थाने में दर्ज कराई थी। 2015 में सीबीआइ ने इस मामले को टेकओवर करते हुए प्राथमिकी दर्ज की। फिलहाल आरोपित रंजीत कोहली अभी जेल में है।

Posted By: Inextlive