RANCHI : ठंड को देखते हुए बिरसा जू प्रबंधन ने सारी व्यवस्था कर ली है। बाघ, शेर व चीता के केजों को सामने से चट् से घेर दिया गया है ताकि हवा अंदर न जा सके। केज के अंदर पटरा रखकर उसपर पुआल डाल दिया गया है। इसके बाद हीटर लगा दिया गया है। हाथी के केज में अलाव की व्यवस्था की गयी है। भालू के केजों में हलांकि हीटर की जरूरत नहीं पड़ती है लेकिन रख दिया गया हैताकि जरूरत पड़ने पर स्वीच ऑन किया जा सके।

खान-पान में भी बदलाव

ठंड पड़ते ही जानवरों के खान-पान व रहन-सहन में भी बदलाव कर दिया गया है। घूप निकलने के बाद जानवरों को उसके नर्सरी में निकाला जा रहा है वहीं सूर्यास्त से पहले ही केज के अंदर कर दिया जाता है। शाकाहारी जानवरों में भी बदलाव किया गया है। पक्षियों को उनके आहार में उबला हुआ अंडा मसल कर दिया जा रहा है। साथ ही अलग से मल्टी विटामिन भी दिया जा रहा है।

स्नैक हाउस बंद

अब फरवरी के मध्य तक दर्षकों को स्नैक हाउस में नागराज का दर्शन नहीं हो सकेगा। ठंड को देखते हुए जू प्रबंधन ने स्नैक हाउस दर्षकों के लिए बंद कर दिया है। स्नैक हाउस में सांपों के सभी केबिनों में कंबल, गद व रूम हीटर लग गया है।

सेल में बंद है रामू हाथी

बिरसा जैविक उद्यान में रामू नामक हाथी को उसके सेल में अभी बांध कर रखा गया है। उसे रूटीन में अभी टहलाया नहीं जा रहा है। ठंड के हिसाब सं खाना दिया जा रहा है। वहीं लक्खी और सम्राट को को पहले की तरह ही घुमाया जा रहा है।

Posted By: Inextlive