- हादसे में मौके पर दो नाबालिग बच्चियों की मौत, पिता समेत सात गंभीर घायल

- 33 हजार हाईवॉल्टेज पिलर को तोड़कर बस स्टॉपेज को किया चकनाचूर

- बस ड्राइवर पर गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज, फरार

टाइमलाइन

- 5.30 बजे सुबह इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे पर वॉल्वो पहुंची

- 5.40 बजे सुबह वॉल्वो अनियंत्रित होकर टैंपो को टक्कर मारते हुए फुटपाथ पर चढ़ी

- 5.45 बजे एक दुकानदार ने फोन में दी सूचना

- 5.55 बजे जानकीपुरम पुलिस मौके पर पहुंची पहुंच कर राहत कार्य शुरू किया

- 6.12 बजे सुबह स्थानीय लोगों ने 108 एंबुलेंस को कॉल किया

- 6.30 बजे सुबह घायलों को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया

- 11 बजे सुबह क्षतिग्रस्त बस को हटाकर मलबा साफ कराने का काम शुरू हुआ

LUCKNOW: पान मसाले की दुकान से परिवार के लिए दो जून की रोटी जुटाने वाले दिनेश पर गुरुवार सुबह काफी भारी पड़ी। फुटपाथ पर आशियाना बनाकर गुजर बसर करने वाले दिनेश और उसके परिवार कोएक वॉल्वो बस ने रौंद दिया। सुनहरे सपने लेकर सोई दो मासूम सूरज की सुनहरी किरणें भी न देख सकीं। उन्होंने तो अभी अपनी नन्ही आंखों से दुनिया की सतरंगी छठा को देखना शुरू ही किया था। यह दर्दनाक हादसा जानकीपुरम थाने के इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे पर गुरुवार तड़के हुआ। एक तेज रफ्तार वॉल्वो ने फुटपाथ पर सो रहे दुकानदार के परिवार को रौंद दिया। हादसे में दो सगी मासूम बहनों की मौके पर मौत हो गई जबकि पिता समेत सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद बस ड्राइवर सवारियों को छोड़कर मौके से भाग निकला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया।

फुटपाथ पर सो रहा थ्ा परिवार

मूलरूप से सीतापुर के बरेरा कल्ली चौराहा संदना सीतापुर निवासी दिनेश (50) अपनी चार संतानों के साथ इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे स्थित फुटपाथ पर पान मसाला बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था। वहीं फुटपाथ पर रोजाना बच्चों के साथ सोता था। वहीं पूरे परिवार का आशियाना था। परिवार में बेटी खुशबू (12) पूजा (6) शिवानी (5) और बेटा करन (3) हैं। दिनेश चौराहे पर बने बस स्टॉप के सहारे छप्पर डाल कर परिवार संग गुजर बसर कर रहा था। पिता दिनेश कभी मजबूरी करता था तो बड़ी बेटी खुशबू (12) फुटपाथ पर पानी और पान मसाले की अस्थाई दुकान संभालती थी।

बिजली के खंभे को तोड़ते हुए घुसी बस

गुरुवार तड़के करीब 5.40 बजे दिनेश बच्चों के साथ फुटपाथ पर बने आशियाने में सोया हुआ था। इस दौरान वहीं पर खड़े एक टैंपो में ट्रक ने ठोकर मार दी, जिससे टैंपो रोड पर पलट गया और ट्रक ठोकर मारने के बाद भाग निकला। स्थानीय लोगों ने बताया कि लोगों की मदद से पलटे हुए टैंपो को चालक सीधा करा रहा था तभी दिल्ली से फैजाबाद सवारी ले जा रही डबल डेकर वॉल्वो बस यूपी 43 टी 8151 अनियंत्रित हो गई । वॉल्वो बस 33 हजार केवी के खंभे को टक्कर मारते हुए फुटपाथ पर सो रहे दिनेश के परिवार व टैंपो को अपने चपेट में लिया।

दो बच्चियों की मौके पर मौत

वॉल्वो बिजली के 33 हजार केवी के खंभे को तोड़ते हुए दिनेश के आशियाने को रौंदते हुए टैंपो को चपेट में लेकर बस स्टॉप पर चढ़ गई। बस की स्पीड के चलते बस स्टॉफ चकनाचूर हो गया। हादसे में दिनेश (50) के दोनों पैर टूट गए। उसकी दो मासूम बेटी खुशबू (12) पूजा (6) की मौके पर मौत हो गई। बेटी शिवानी (5) और बेटा करन (3) गंभीर रूप से घायल हो गई। इसके अलावा बस की चपेट में आये मशकगंज हसनगंज निवासी अकरम (50) विन्ध्याचल मंदिर क्रासिंग ताड़ीखाना सीतापुर रोड निवासी बबलू (20) और टैंपो चालक सराय थाना कमलापुर निवासी सद्दाम (30) गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके अलावा दो और लोग मौके पर मौजूद थे, जो हादसे में घायल हो गए।

दिल्ली से फैजाबाद जा रही थी वॉल्वो बस

इंस्पेक्टर जानकीपुरम मोहम्मद अशरफ ने बताया कि डबल डेकर बस दिल्ली के लोहामंडी से सवारियां लेकर फैजाबाद जा रहा था। तभी यह हादसा हो गया। सभी घायलों का इलाज ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है। वहीं दोनों मृतक बहनों का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। वॉल्वो ड्राइवर आशीष शुक्ला की तलाश की जा रही है। हादसे के बाद वह सवारियों से भरी बस छोड़ कर मौके से फरार हो गया। बस गोंडा के पाठक ट्रांसपोर्ट कंपनी की है। बस के पीछे लिखे नंबर के आधार पर ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक अनिल कुमार पाठक से बात की गई है।

चीख पुकार से मचा हड़कंप

हादसे के बाद चीख पुकार से हड़कंप मच गया। बस में सवार सवारियां भी उस समय सो रही थी। अचानक हुए हादसे से वह भी दहशत में आ गई। हादसे में बस के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और खिड़कियों के कांच चकनाचूर हो गए थे। नीचे दबे दिनेश के परिवार की चीख पुकार बस में मौजूद सवारियों के शोर में दब गई। चौराहों पर मौजूद आस-पास के लोग दौड़ कर मौके पर पहुंचे और जैसे तैसे नीचे फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची गई और लोगों को बचाकर बाहर निकाला। हादसे में दिनेश भी गंभीर रूप से घायल हो गया। दिनेश अपने दो घायल बच्चों को गोद में समेटे दो बेटियों के सुरक्षित निकलने की आस लगाए था, लेकिन चंद मिनट में दो बेटियों की नीचे से लाश निकली।

टैंपो ड्राइवर भी घायल

विंध्याचलदेवी रेलवे क्रॉसिंग ताड़ीखाना सीतापुर रोड निवासी बबलू टैंपो चलाता है। उसके पिता मनोज इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे स्थित फुटपाथ पुल के पास जूता पोलिश करने का काम करते हैं। एक स्थानीय दुकानदार ने बताया कि बबलू रोज टैंपो चलाने के बाद फुटपाथ पुल के ऊपर सोया करता था। सुबह करीब साढ़े 5 बजे उसकी दुकान पर बबलू आया और मैंगी खाकर लौट गया। उसके बाद हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज

हादसे में मासूम बहनें खुशबू और पूजा की मौत के बाद कुछ दूर फुटपाथ पर रहने वाले उसके चाचा पप्पू ने वॉल्वो ड्राइवर के खिलाफ जानकीपुरम थाने में तहरीर देकर केस दर्ज कराया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 279 (सार्वजनिक मार्ग पर उतावले पन से गाड़ी चलाना), धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और धारा 338 (मानव जीवन को खतरे में डालना) की धारा में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

Posted By: Inextlive