- गोरखपुर में अटके गई विकास कार्य

- पिछले पांच दिनों से हो रही लगातार बारिश ने बढ़ाई मुसीबत

- सुबह से शाम तक रिमझिम बारिश की वजह से बढ़ रही है परेशानी

GORAKHPUR: बारिश ने पिछले कई दिनों से लोगों को परेशान कर रखा है। रिमझिम बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। बारिश की इस बार से विकास कार्यो की रफ्तार मंद पड़ गई है। हालत यह है कि सभी जगहों पर काम अटक गए हैं। खास बात यह है कि नवरात्र की शुरुआत के साथ ही जहां पंडाल बनकर तैयार हो जाते थे, इसके बाद बारिश का असर इन पर भी नजर आ रहा है। शहर में कई स्थान ऐसे हैं, जहां कारीगर पानी की वजह से अब तक पंडाल नहीं सजा सके हैं। वहीं, लाइटिंग और दूसरी व्यवस्था के लिए तो लोग बारिश थमने का इंतजार कर रहे हैं।

रेलवे के प्रोजेक्ट भी अटके

गोरखपुर जंक्शन पर कंस्ट्रक्शन और रेनोवेशन का वर्क चल रहा है। मगर पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश की वजह से यहां काम रुक गए हैं। बारिश की वजह से मजदूर आने के बाद भी काम नहीं कर पा रहे हैं, जिससे एक-एक दिन कर समय बीतता चला जा रहा है। वहीं पिछले कई दिनों से अंडरपास तैयार करने की कोशिशों में जुटे रेलवे को बारिश की वजह से झटका लगा है। इस रिमझिम बारिश में कहीं मिट्टी बहकर मुश्किल न पैद कर दे, इसलिए वह गार्डर, बॉक्स पुशिंग और इससे जुड़े दूसरे काम नहीं कर पा रहे हैं। इतना ही नहीं जीएम ऑफिस मेन गेट का वर्क भी अटक गया है और निर्धारित समय से ज्यादा वक्त बीतने के बाद भी रास्ता बंद है, जिससे वहां आने वाले रेलवे एंप्लाई को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

जाम का बन रहा सबब

सड़क के किनारे इन दिनों नाला बनाने का काम भी चल रहा है। मगर बारिश की वजह से इस पर भी ब्रेक लग गया है। यूनिवर्सिटी रोड, मोहद्दीपुर के साथ ही कई ऐसी जगह है, जहां नालियां बनाई जा रही हैं, वहां पानी भर गया है। इसकी वजह से काम बिल्कुल रुक गया है। अब मैटेरियल्स खराब न हो जाए, इसलिए ठेकेदार भी काम करने से परहेज कर रहे हैं और बारिश थमने का इंतजार कर रहे हैं। इसकी वजह से आए दिन मोहद्दीपुर जाने वाली रोड पर जाम की स्थिति बन जा रही है।

कारीगरों की भी बढ़ी मुश्किल

एक तरफ जहां विकास कार्यो की रफ्तार थम गई है। वहीं दूसरी ओर दुर्गा प्रतिमाओं को तैयार करने वाले कारीगरों की मुश्किलें भी काफी बढ़ गई हैं। लगातार मौसम खराब होने की वजह से प्रतिमाएं सूख नहीं पाई हैं, जिससे उन्हें डिलेवरी देने में मुश्किल हो रही है। मिट्टी गीली होने से सबसे ज्यादा प्रॉब्लम यह है कि इस पर पेंट नहीं चढ़ पा रहा है, जिससे कि फाइनल टच देने में मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। कारीगर किसी तरह त्रिपाल लगाकर मूर्तियों को फाइनल करने में जुटे हैं।

Posted By: Inextlive