मानसून का इंतजार कर रहे लोग पहली बारिश का अभी ठीक से मजा भी नहीं ले पाए थे कि बाढ़ से उत्‍तर भारत में तबाही मच गई. नदियों में जबरदस्‍त उफान के कारण आसपास के मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्‍त हो गए. सूचना है कि उत्‍तर भारत में बारिश और बाढ़ के कारण लैंडस्‍लाइड सड़क और पुल टूटने से तकरीबन 20000 से ज्‍यादा लोग प्रभावित हुए हैं और 50 लोगों की मौत हो चुकी है.


तीर्थ यात्राएं कैंसिलउत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा (यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ) स्थगित कर दिया है. उत्तराखंड में हैवी रेन की वजह से सरकार ने वार्षिक मानसरोवर यात्रा भी कैंसिल कर दी है. जून में भारी बारिश ने उत्तराखंड में 88 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. यहां रविवार को 220 एमएम बारिश दर्ज की गई. पीडब्लूडी के मुताबिक एनएस-58 और गढ़वाल में 123 सड़कें बंद कर दी गई हैं.खतरा अभी टला नहीं


एक अधिकारी ने बताया कि चारधाम यात्रा और हेमकुंड साहेब में बारिश और लैंडस्लाइड का खतरा अभी नहीं टला है. केदारनाथ और गौरीकुंड में फंसे लोगों को निकालने के लिए आईटीबीपी के जवान लगे हुए हैं. उत्तराखंड के एक सरकारी अधिकारी के अनुसार हेमकुंड साहेब के नजदीक गोविंदघाट से एक निजी हेलीकॉप्टर और 200 से ज्यादा टू व्हीलर भारी बारिश से अलकनंदा में आए बाढ़ के पानी में बह गए हैं. देहरादून के एक सीनियर आईएएस ऑफिसर के मुताबिक सड़क किनारे अलग-अलग स्कूलों और कॉलेजों में भोजन और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था की गई है.छुट्टियां कैंसिल

उत्तराखंड के सीएम विजय बहुगुणा ने कहा कि सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं. सात निजी और एक सरकारी हेलीकॉप्टर को राहत और बचाव कार्य के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. जब तक हालात सामान्य नहीं होते लोगों को चारधाम यात्रा नहीं करनी चाहिए.हिमाचल के सीएम भी फंसेहिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में लैंडस्लाइड के कारण महत्वपूर्ण सड़कें बंद हो गई हैं. राज्य के सीएम वीरभद्र सिंह सहित करीब 800 लोग सांग्ला घाटी में फंसे हुए हैं. वे वहां 23 जून को होने वाले मंडी लोकसभा के उप चुनाव के प्रचार के लिए गए थे. भारी बारिश के कारण राहत और बचाव कार्य बाधित है. विभिन्न स्थानों पर तकरीबन 1000 से ज्यादा टूरिस्ट फंसे हुए हैं. सांग्ला में 25 विदेशी सैलानियों के अलावा दूरदर्शन की एक टीम भी फंसी हुई है.हरियाणा के यमुनानगर में कहरबारिश के कारण हरियाणा के खासकर यमुनानगर में बाढ़ के कारण भारी तबाही हुई है. करनाल, पानीपत और सोनीपत में हाई एलर्ट जारी कर दिया गया है. यमुना के नजदीक निचले इलाकों में बसे गांव में भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी कर दी गई है. हथिनीकुंड बैराज से सोमवार को आठ लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के कारण दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh