आई नेक्स्ट के स्टिंग ऑपरेशन के बाद जागा जिला प्रशासन

कई लोकवाणी केंद्रों पर हुई छापेमारी, पकड़ी गई अवैध वसूली

निरस्त हो सकता है केंद्रों का लाइसेंस, मचा हड़कंप

ALLAHABAD: जनता से अवैध वसूली करने वाले लोकवाणी केंद्रों की जिला प्रशासन ने जमकर खबर ली। आई नेक्स्ट के स्टिंग ऑपरेशन को संज्ञान में लेने के बाद प्रशासनिक टीम ने शुक्रवार को शहर के कई केंद्रों और साइबर कैफे पर छापेमारी की। यहां अवैध वसूली के साथ कई खामियां सामने आई, जिसके बाद विभिन्न योजनाओं के तहत ऑनलाइन आवेदन की रेट लिस्ट फटाफट चस्पा कर दी गई। इन केंद्रों का लाइसेंस निरस्त हो सकता है।

साहब, हमसे लिए हैं सौ रुपए

जिला पूर्ति विभाग की टीम ने एआरओ नीलेश उत्पल के नेतृत्व में कचहरी छप्पनभोग स्वीट के पास मौजूद लोकवाणी केंद्र पर छापा मारा। यहां पर मौजूद कर्मचारियों ने कहा कि राशन कार्ड के ऑनलाइन आवेदन के लिए बीस रुपए लिए जा रहे हैं। लेकिन, मौके पर मौजूद सैदाबाद के गुलाम रसूल और सदर बाजार के अकबर अली ने कहा कि हमसे आवेदन के लिए सौ रुपए वसूले गए हैं।

ऐसे सामने आया सच

-कटरा रोड स्थित त्रिवेणी सुविधा केंद्र की स्थिति भी यही रही

-टीम ने पूर्ति निरीक्षक सत्यजीत को आवेदन बनाकर केंद्र में भेजा

-उन्होंने राशन कार्ड आवेदन के बारे में पूछताछ की तो सौ रुपए फीस बताई गई

- टीम को देखकर कर्मचारियों में हड़कंप मच गया

- अधिकारियों ने केंद्र संचालक को अवैध वसूली बंद करने के लिए कड़ी चेतावनी दी।

साइबर कैफे बना कलेक्शन सेंटर

छापेमारी टीम अशोक नगर बाबा चौराहे स्थित एक साइबर कैफे पहुंची। पूर्व में आई नेक्स्ट ने अपनी खबर में इस कैफे को लोकवाणी और सहज सुविधा केंद्र का कलेक्शन सेंटर कहा बताया था, जो सच साबित हो गया। कैफे संचालक ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसके यहां राशन कार्ड का आवेदन नहीं किया जाता, बल्कि पब्लिक से फॉर्म भरवाकर उसे दूसरे सुविधा केंद्रों को भेजा जाता है। बदले में कमीशन मिलता है। आवेदकों से बीस रुपए की जगह सौ से दो सौ रुपए लिए जाते हैं।

तो फॉर्म कहां से आए

जगराम चौराहे स्थित लोकवाणी केंद्र पहुंची टीम को केंद्र संचालक ने बताया कि यहां पर राशन कार्ड का ऑनलाइन आवेदन नहीं किया जा रहा है। लेकिन, दुकान पर बाहर ही भरे हुए आवेदन फॉर्म मिल गए। जब टीम ने पूछताछ की तो केंद्र संचालक बहाने बनाने लगे। उन्होंने कहा कि हमारे दूसरे सेंटर्स भी हैं। टीम ने संचालक को फर्जीवाड़ा नहीं करने की कड़ी चेतावनी दी।

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एनआईसी ने भी कसा शिकंजा

एनआईसी (नेशनल इंफॉर्मेशन सेंटरर) ने सहज सुविधा केंद्र और लोकवाणी केंद्रों के फर्जीवाड़े पर लगाम लगाते हुए कड़ी चेतावनी जारी कर दी है। एनआईसी इंचार्ज प्रवीण सिंह ने कहा कि दो दिन के भीतर सभी सेंटर रेट लिस्ट चस्पा कर अपना फोटो विभाग के पास भेजेंगे। ऐसा नहीं करने पर उनकी लॉगिन बंद कर दी जाएगी। साथ ही उनका लाइसेंस भी कैंसिल किया जा सकता है।

खतरे में लाइसेंस

डीएम संजय कुमार के कड़े रुख के चलते जिन केंद्रों पर छापेमारी के दौरान फर्जीवाड़ा मिला है उनका लाइसेंस निरस्त हो सकता है। टीम प्रभारी नीलेश उत्पल ने बताया कि जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंप दी जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। उधर, डीएम ने संबंधित अधिकारियों को अवैध वसूली के मामले में कड़े कदम उठाने के आदेश दिए हैं। टीम में जिला पूर्ति निरीक्षक ,अशफाक अहमद, सत्यदेव शामिल थे।

आई नेक्स्ट की कवरेज के आधार पर कराई गई छापेमारी में कई तथ्य सामने आए हैं। केंद्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। लोगों से अपील है कि वे आवेदन के नाम पर अधिक पैसे देने की बजाय जिला प्रशासन से इसकी शिकायत करें।

प्रेम प्रकाश पाल, एडीएम सप्लाई

Posted By: Inextlive