भारतीय वायु सेना ने शुक्रवार को घोषणा की कि तमिलनाडु में सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक ट्राई-सर्विस कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया गया है। इसलिए तब तक हादसे के मृतकों की गरिमा का सम्मान करने के लिए बेबुनियाद अटकलों से बचा जा सकता है।


नई दिल्ली (एएनआई)। भारतीय वायु सेना ने शुक्रवार को लोगों से तमिलनाडु के कुन्नूर के पास सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना को लेकर 'अनजान अटकलों' से बचने का आग्रह किया है। उसने कहा कि 8 दिसंबर को सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक ट्राई-सर्विस कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया गया है। जांच तेजी से पूरी की जाएगी और तथ्य सामने आएंगे। इसलिए जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हादसे को लेकर कुछ स्पष्ट ताैर पर कहा जा सकता है। इसलिए तब तक मृतक की गरिमा का सम्मान करने के लिए, बेबुनियाद अटकलों से बचा जा सकता है। हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया


जांच का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह, एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ ट्रेनिंग कमांड करेंगे। सूत्रों के मुताबिक हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है। बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के पास भारतीय वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सीडीएस रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और उनके रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लिडर सहित 14 में से 13 लोगों की जान चली गई। हादसे में जान गंवाने में वालों में ये जवान हैं शामिल

हादसे में नौ रक्षा बलों के जवान विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट अधिकारी राणा प्रताप दास, जूनियर वारंट अधिकारी अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल राय, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक बी साई तेजा की जान गई है। जनरल रावत का आज दिन में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जा रहा है।

Posted By: Shweta Mishra