फ्लैग- लेकिन शहर में ट्रैफिक बदइंतजामी की खुल गई पोल

-पुलिसकर्मियों ने दौड़ा-दौड़ाकर काटा बिना हेलमेट वाले बाइकर्स का चालान

टै्रफिक के लिए कोई प्लान नहीं होने से दिन भर लगा रहा सड़कों पर जाम

शहर की सड़कों पर बुधवार की सुबह ही खाकी उतर गयी रही। विदाउट हेलमेट वाले बाइकर्स-स्कूटी पर हल्ला बोला। 359 टीमों ने धड़ाधड़ चालान काटे। मगर ट्रैफिक व्यवस्था पर किसी का जोर नहीं चला। प्रमुख तिराहे, चौराहें से लेकर कालोनियों के मोड़ पर खड़ी पुलिस की नजर बाइकर्स पर रही। इसका परिणाम यह हुआ कि ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त हो गयी। सावन माह में चहुंओर टै्रफिक जाम पब्लिक को पूरे दिन फेस करना पड़ा।

इधर सबकुछ निपटा दिए

बात थी कि हेलमेट नहीं लगाने वालों को पकड़ा जाएगा और चालान किया जाएगा। डीएल नहीं होने की दशा में तीन माह तक कागज भी सीज कर दिया जाएगा। अभियान को लेकर पुलिसकर्मी कितने गंभीर रहे इसका अंदाज इससे ही लगाया जा सकता है कि थोड़े ही वक्त में हर चौराहे-तिराहे पर चेकिंग के लिए सैकड़ों गाडि़यों की लाइन लगा दी। इसमें विदाउट हेलमेट, विदाउट डीएल, ट्रिपलिंग, ओवरस्पीड, ईयरफोन लगाए, बिना नंबर की प्लेट पर भी गाडि़यों का चालान किया गया। चस्पा चालान, फोटो चालान, रसीद चालान तक धड़ल्ले से हुए। इस एवज में सकरे तिराहे या चौराहे पर इतनी गाडि़यों के खड़े होने से जाम जैसे हालात दिन भर बने रहे।

ट्रैफिक हुआ धड़ाम

एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने शहर की कमान संभालते ही बगैर हेलमेट वाले बाइकर्स पर पूरा ध्यान झोंक दिया। हवाला भी दिया कि हेलमेट बाइकर्स की रक्षा में सहायक साबित होगा और फटाफट 359 टीमें भी गठित कर दीं। लक्ष्य दिया गया कि एक टीम कम से कम पचास हजार चालान करेगी। बुधवार की सुबह सभी टीमों ने अपना-अपना कमान संभाला तो हेलमेट नहीं लगाने वाले बाइक-स्कूटी वालों से चौराहा-तिराहा जाम हो गया। कुछ देर के लिए ट्रैफिक विभाग के मातहत सड़क पर उतरे लेकिन व्यवस्था को बनाए रखने में फेल साबित हुए। ट्रैफिक जाम में स्कूली बस ऑटो, एंबुलेंस सहित कई छोटे-बड़े वाहन दिन भर फंसते रहे।

बहती गंगा में हाथ भी धोते रहे

सिटी के साथ ही रूरल एरिया में भी हेलमेट चेकिंग हुई। लेकिन इसके नाम पर कुछ जगहों पर शोषण भी हुआ। कुछ बाइक सवारों ने चालान नहीं कटने के एवज में बाइक रोकने वाले पुलिसकर्मियों की जेबे भी गर्म करते रहे। भीड़ का फायदा उठाकर पुलिसकर्मियों ने बगैर हेलमेट वालों को आगे ले जाकर रोकते थे और जेब गर्म होने पर छोड़ देते थे। हेलमेट चेकिंग तो हुई लेकिन पुलिस कर्मियों सड़क पर ब्लैक फिल्म लगाकर चलने वाले चार पहिया वाहन, ऑटो, ई-रिक्शा, डग्गामार वाहनों से लेकर पाल्यूटेड वाहनों पर खास ध्यान नहीं दिया।

जाना जरा बचके जाना

बाबा की नगरी काशी में हर बनारसी खुश दिल मिजाज के लिए जाना जाता है। सुबह जैसे ही चालान कटने शुरू हुए तो एक दूसरे को लोगों ने रास्ते में इत्ला भी करते रहे। 'गुरू आगे मत जाया चालान कटत हव' हई गल्ली पकड़ ला, हरउल आगे निकल जइबा। बिना जान-पहचान के भी लोगों ने एक दूसरे को हेलमेट चेकिंग के बारे में चेतावनी देते रहे।

Posted By: Inextlive