- एजेंसी को नहीं दिया किराया तो रोक दिया गाड़ी का संचालन

- आशा ज्योति केन्द्र (वन स्टॉप सेंटरर) के पास नहीं हैं गाडि़यां

बरेली : महिलाओं की हेल्प करने वाला सेंटर ही हेल्पलेस है। जी हां, ये हम नहीं कह रहे बल्कि यहां के मौजूदा हालात बता रहे हैं। आशा ज्योति केंद्र (वन स्टॉप सेंटर) पर एजेंसी की तरफ से मुहैया कराई गई गाड़ी का किराया नहीं दिया गया तो गाड़ी का संचालन रोक दिया गया। दूसरे जिलों में तो गाडि़यां वापस मंगा ली गई हैं। फिलहाल, अब 181 पर आने वाली इमरजेंसी कॉल को 112 पर कॉल करने की सलाह दी जा रही है। बता दें कि एजेंसी ने पांच माह पहले ही गाड़ी किराए पर वन स्टॉप सेंटर को मुहैया कराई थी।

यह है वजह

महिलाओं, छात्राओं और किशोरियों के साथ होने वाले उत्पीड़न को रोकने के लिए यूपी के 75 डिस्ट्रिक्ट में वन स्टॉप सेंटर यानि आशा ज्योति केन्द्र के नाम से सेंटर ओपन किए गए थे। इसके लिए हेल्पलाइन नम्बर भी 181 शुरू किया गया था, ताकि महिलाओं के प्रति होने वाले उत्पीड़न को रोका जा सके, और जरूरत पड़ने पर वन स्टॉप सेंटर की टीम मौके पर पहुंचकर पीडि़ता की हेल्प कर सके। इसके लिए सेंटर पर एक गाड़ी भी दी गई लेकिन इस गाड़ी का शासन से कोई किराया जारी नहीं किया गया जिस कारण एजेंसी ने इसका संचालन रोक दिया है।

टीम के लिए जरूरी हैं गाडि़यां

वन स्टॉप सेंटर की टीम पुलिस के साथ मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों का समझौता कराती थी। समझौते से बात नहीं बनने पर एफआईआर की कार्रवाई भी होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पा रहा है। बार-बार शासन को मामले से अवगत कराते हुए भुगतान करने की मांग करने के बावजूद पैसा नहीं दिया गया। अब टीम को दिक्कत हो रही है।

एजेंसी से गाड़ी अनुबंधित थी, फिलहाल गाड़ी चल नहीं रही है। पिछले एक साल से भुगतान न होने के कारण एजेंसी ने गाड़ी भेजने से मना कर दिया है। इससे टीम को मौके पर जाकर मामले का निस्तारण करने में परेशानी आ रही है।

-प्रिंसी सक्सेना, प्रभारी, वन स्टॉप सेंटर

Posted By: Inextlive