- सिविल हॉस्पिटल में भर्ती एक बुजुर्ग ने सीएम, गवर्नर, पीएम और प्रेसीडेंट से मांगी इच्छा मृत्यु की अनुमति

- पैर की हड्डी टूटी होने के चलते सिविल में चल रहा है इलाज, डॉक्टर ने दी ऑपरेशन की सलाह

LUCKNOW : चलना यहां आसान नहीं अब, हर कदम पर थक रहा हूं मैं, अपने हैं शामिल मिटाने में मुझको, आंखों में सबकी खटक रहा हूं मैं, पैरों में छाले निशां हैं जवानी के, ये कहकर बुढ़ापा ढक रहा हूं मैं, तानों से गला भर जाता है अब, निवाले पानी में गटक रहा हूं मैं। बुढ़ापा जब तन्हा हो तो शायद कुछ इस तरह की ही जिंदगी बन जाती है। यह हम नहीं कह रहे हैं, सिविल हॉस्पिटल के सर्जिकल वार्ड में कई दिनों से भर्ती 65 वर्षीय एक बुजुर्ग की कुछ ऐसी की जिंदगी कट रही है। ऐसा नहीं है कि उनके परिवार में कोई नहीं है। उनकी एक पत्‍‌नी और बेटा है, लेकिन ढलती उम्र में उन्होंने इनका साथ छोड़ दिया। ऐसे में बुजुर्ग इस कदम टूट चुके हैं कि उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सीएम, राज्यपाल से इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है। कभी एक सरकारी बैंक में कैशियर रहे बुजुर्ग आज अपने ही इलाज के लिए एक-एक पाई के लिए मोहताज हैं।

कभी थे बैंक में आज डिलीवरी ब्वॉय

अलीगंज के पुरनिया निवासी आरपी रस्तोगी (65) की पत्नी 20-25 साल पहले उन्हें छोड़ कर बच्चों के साथ दिल्ली चली गई। आरपी रस्तोगी एक ग्रामीण बैंक में काम करते थे, लेकिन परिवारिक समस्या के चलते वह अक्सर गैर हाजिर रहते थे, जिसके चलते उन्हें बैंक ने बर्खास्त कर दिया था। वर्तमान में जीविका चलाने के लिए वह एक कोरियर सर्विस में डिलीवरी का काम करते हैं।

इलाज के लिए नहीं है पैसा

काम के दौरान वह साइकिल से गिर गए, जिसके चलते पैर की हड्डी टूट गई। सिविल हॉस्पिटल के आर्थोपेडिक वार्ड के 12 नंबर बेड पर वह काफी लंबे समय से भर्ती हैं। वह बहुत कमजोर हैं, शरीर में जान नहीं है। सिविल हॉस्पिटल के ऑर्थो सर्जन डॉ। एसके पांडे ने इनको सलाह दी है कि उनका आपरेशन करने में रिस्क है। ऐसे हॉस्पिटल में जाएं जहां वेंटिलेटर की सुविधा हो। एक समाजसेवी संस्था उनकी इलाज में कुछ मदद कर रही है।

सीएम के पोर्टल पर किया आवेदन

वह डॉक्टर और समाजसेवी संस्था से गुजारिश कर रहे हैं कि ट्रामा सेंटर में उनका इलाज करा दें। वेंटिलेटर की सुविधा और ऑपरेशन का खर्चा केजीएमयू में बहुत है। वहीं इनके पास कोई तीमारदार नहीं है। इलाज और ऑपरेशन न हो पाने की दशा में उन्होंने एक एप्लीकेशन सीएम के जनसुनवाई पोर्टल में आवेदन पत्र संख्या 15 1571 90044 161 दी है। पोर्टल में इन्होंने इलाज के लिए आर्थिक मदद के लिए एप्लीकेशन दी है, लेकिन सीएम कार्यालय से अभी तक कोई जवाब नहीं मिला।

इलाज के अभाव में मांगी इच्छा मृत्यु

बुजुर्ग आरपी रस्तोगी ने सीएम योगी, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और गवर्नर आनंदीबेन पटले को एक प्रार्थना पत्र दिया है, जिसमें लिखा है कि उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। ऐसे में उनके पास इलाज कराने के लिए भी पैसे नहीं है। इलाज के लिए उनकी आर्थिक मदद की जाए या फिर आत्महत्या करने की अनुमति दी जाए।

Posted By: Inextlive