आंखों के सामने नृशंस वारदात देख रोने-बिखलने लगे दोनों बच्चे पति गया जेल बाकी पांच आरोपित फरार।


patna@inext.co.inAURANGABAD/PATNA : गोह थाना के गम्हारी गांव में गुरुवार रात हुई नृशंस हत्या ने एक बार फिर मानवता को कलंकित कर दिया। ऐसा लगा जैसे पति लालबहादुर चौधरी पर खुद काल नाच रहा था। दोनों बच्चे के सामने पहले 27 वर्षीय पत्नी रिंकु देवी को तलवार से काटा और उसके बाद बेहोशी की की हालत में उसे अपने ही घर में जिंदा जला दिया। रिंकु का मायका गया जिला में बाराचट्टी थाना क्षेत्र के भेलवा गांव बताया गया है। दहेज के लिए करता था प्रताडि़त


लालबहादुर को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ कर रही है। रिंकु के भाई पवन चौधरी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। लालबहादुर के साथ उसके पिता श्यामलाल चौधरी, भाई कुंजबिहारी चौधरी, ललन चौधरी, गोतनी रूपा देवी और संगीता देवी नामजद है। लालबहादुर को पुलिस ने जेल भेज दिया है। शेष आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस के अनुसार मामले में आरोपित परिजन दूसरे घर में सोए हुए थे। बकौल पंकज, वर्ष 2013 में रिंकु की शादी हुई थी। दहेज के लिए उसे हमेशा प्रताडि़त किया जाता था। बताया गया कि इससे पहले भी पति द्वारा कई बार हत्या का दुस्साहस किया जा चुका है। तब लोगों ने उसे बचाया था। पुलिस ने बचाई बच्चों की जान

वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। घर का दरवाजा खोलते ही लालबहादुर भागने लगा। पुलिस ने लपक कर उसे दबोच लिया। उसके बाद दोनों बच्चों की जान में जान आई। थानाध्यक्ष अरविंद कुमार के मुताबिक, उसकी हालत विक्षिप्त-सरीखी हो चुकी है। वह बच्चों के साथ भी क्रूर हो जाता। बेटी ने सुनाई आंखों देखी अपने दो बच्चे (12 वर्षीय कुमारी और नौ वर्षीय विशाल गौरव) क्रांति के साथ रिंकु घर में सोई थी। रात में तलवार लिए लालबहादुर कमरे में आकर पत्नी को जगाया। आवाज सुनकर बच्चे भी जाग गए। पुत्री क्रांति के अनुसार, रिंकु से कहा कि तुम घर से सीसी कैमरा रखी हो। मैं तीन तक गिनती करते ही उसे दे दो, नहीं तो काट दूंगा। उसने तीन तक गिनती की। रिंकु से कैमरा नहीं मिला। उसके बाद उसने पागलों की तरह तलवार से वार कर दिया। दाहिना हाथ कटकर अलग कर दिया। उसके बाद शरीर पर केरोसिन छिड़क लकड़ी रखकर आग लगा दी। बच्चे सहमे खड़े थे।

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Posted By: Mukul Kumar