पुलिस कस्टडी से फरार अब्दुल कयूम हुआ गिरफ्तार

एसटीएफ और कर्नलगंज पुलिस ने हिंदू हास्टल से पकड़ा

फरारी के बाद यूपी सहित कई अन्य प्रदेशों दिया घटनाओं को अंजाम

ALLAHABAD: जिसे पकड़ने के लिए पुलिस ने प्रदेश के जिलों के साथ ही दूसरे प्रदेशों में खोज रही थी। वह शहर में ही शरण लेकर प्रदेश के साथ दूसरे प्रदेशों में भी आपराधिक गतिविधियों को संचालित कर रहा था। शनिवार को हिन्दू हॉस्टल के समीप से एसटीएफ और कर्नलगंज पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

लास्ट ईयर पुलिस को दे गया था गच्चा

पकड़े गए इस शातिर अपराधी का नाम अब्दुल कय्यूम उर्फ बब्बू पंडित है। वह पहले भी जेल में जा चुका है। पिछले साल पुलिस उसे लेकर पेशी पर डिस्ट्रिक कोर्ट आई थी। इसी दौरान वह पुलिस को गच्चा देकर भाग निकला। उसकी तलाश लगातार एसटीएफ और कर्नलगंज थाने की पुलिस कर रही थी। उस पर पांच हजार रुपए का इनाम भी रखा गया था। शुक्रवार को एसटीएफ को मुखबिर के जरिए उसकी लोकेशन सिटी में मिली। इस पर एसटीएफ ने हिंदू हास्टल के पास घेराबंदी की और एक अन्य साथी के साथ दबोच लिया। उसके कब्जे से पिस्टल और कारतूस भी बरामद हुआ है। टीम ने उसे कर्नलगंज पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया।

तीस साल से अपराध जगत में

करछना के करेहा गांव का रहने वाला अब्दूल कय्यूम पुत्र रफीक अहमद अपराध जगत में पिछले तीस साल से सक्रिय है। पिछले साल जनवरी में उसे एक मामले में पेशी के लिए लेकर आई थी। इसी बीच मौका देख पुलिस कस्टडी से फरार होने में कामयाब हो गया। घटना के बाद पुलिस ने उसकी काफी खोजबीन की लेकिन उसका कोई सुराग नही मिला। शनिवार को मुखबिर की सटीक सूचना पर उसे कटरा की तरफ जाते समय पकड़ लिया गया। उसके साथ नियाजी अहमद सिद्दीकी को दबोच लिया गया।

कई घटनाओं को किया कबूल

पुलिस की पूछताछ में अब्दुल कयूम ने बताया कि फरारी के बाद वह एमपी और उड़ीसा राज्य में रहा

वहां कई छोटी बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है

एमपी में उसने एक हीरा व्यवसायी को लूटने के बाद उसकी हत्या कर दी।

उड़ीसा और बिहार में उसने इसी प्रकार की कई घटनाओं अंजाम दिया

इसमें ट्रक लूट व चोरी, डकैती, हत्या आदि घटनाएं शमिल हैं।

नकली नोटों की तस्करी में भी वह शामिल रहा

एमपी में वह अस्पातल में इलाज के दौरान फरार हो गया था

बाक्स

गदऊ का अब तक पता नहीं

50 हजार रुपए का इनामी रहा शातिर अपराधी विनोद उर्फ गदऊ पासी पिछले दिनों किशोर न्यायालय खुल्दाबाद से पेशी के बाद लौटते समय फरार हो गया था। घटना को दस दिन से अधिक बीत चुके हैं लेकिन आज तक पुलिस को उसका कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस को अभी तक यह भी पता नहीं चला है कि भागने में उसकी मदद करने वाला कौन है या किसने उसे शरण दी।

Posted By: Inextlive