- Water board स्थित सबसे ऊंचे जल मीनार को है खतरा

- निगम का बननी थी multi storey building, निगम बोर्ड ने भी proposal किया था पास

- Building construction department की team ने किया spot का मुआइना

- MLA के लिए बनाया जाएगा multi storey building

PATNA : पटना हेरिटेज की लिस्ट जीपीओ स्थित कसाई मार्केट के साथ-साथ मिलर हाई स्कूल के पीछे स्थित वाटर बोर्ड के जल मीनार को भी रखा गया है। क्9क्ख् में बने इस जलमीनार की खासियत है कि आज भी इसकी सुंदरता, नक्काशी एक बार देखने वालों को अपने पास बुलाती है। इस मीनार में कबूतर, तोता और मैना आदि चिडि़या एक साथ अपने-अपने घोंसले में रहती हैं। आज भी इसके नीचे की जमीन इतनी ठंडी है कि जब पटना का टेंपरेचर ब्0 डिग्री पार रहता है तब भी यहां पर जाड़े के मौसम जैसी ठंडक का अहसास होता है। वाटर बोर्ड और निगम की शान इस जल मीनार की साख पर खतरा मंडराने लगा है। क्योंकि यहां पर एमएलए के लिए मल्टी स्टोरे बिल्डिंग बनाने की योजना है। इसके लिए बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट की टीम बुधवार को स्पॉट का मुआयना कर चुकी है, लेकिन इसकी खबर न तो निगम को है और न ही वाटर बोर्ड को। स्टाफ्स की मानें तो अचानक से बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट की टीम ने कहा कि ऑफिस को खाली करना है। यहां पर बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन वर्क शुरू किया जाएगा।

पांच किलोमीटर एरिया के वाटर सप्लाई पर खतरा

स्टाफ्स की मानें तो अगर यहां पर कंस्ट्रक्शन वर्क होता है तो फिर आसपास के चारों तरफ पांच किलोमीटर की आबादी के सप्लाई वाटर पर इसका असर पड़ेगा, क्योंकि एक बड़े पैमाने पर यहां से ग्राउंड वाटर सप्लाई किया जाता है। अगर इसे बंद कर दिया गया तो फिर सप्लाई वाटर के काम में प्रॉब्लम आएगी। वहीं निगम व वाटर बोर्ड के ऑफिसर्स ने एक सिरे से इसे खारिज कर दिया है कि उन्हें ऐसी किसी भी बात की जानकारी है।

वाटर बोर्ड सहित आसपास की सारी बिल्डिंग टूटेगी

बुधवार को आयी बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट की टीम ने वाटर बोर्ड के ऑफिस सहित आसपास की तमाम बिल्डिंग का मुआयना किया। इस दौरान रेल डीआईजी, चीफ इंजीनियर के क्वाटर सहित आसपास की तमाम बिल्डिंग को तोड़ा जाएगा और उस पर मल्टी स्टोरे बिल्डिंग का निर्माण करवाया जाएगा। निगम सोर्सेज ने बताया कि इसको लेकर अभी 'लेटर वार' का काम चल रहा है। जल्द ही इसको लेकर आगे का काम किया जाएगा। फिलहाल वाटर बोर्ड में निगम का ट्रिब्यूनल कोर्ट वन और टू को भी चलाया जा रहा है।

ख्0क्0 में था मल्टी स्टोरे ऑफिस बनाने का प्लान

वाटर बोर्ड के इस ऑफिस को निगम अपना मेन ऑफिस बनाने की योजना में था। इसके लिए निगम बोर्ड की बैठक में निर्णय भी लिया गया था कि जल मीनार की भव्यता को देखते हुए यहां पर निगम अपना मल्टी स्टोरे ऑफिस बनाने जा रहा है।

प्राइवेट कंपनी करना चाह रही थी कंस्ट्रक्शन

तीस इंच मोटी दीवार के साथ जल मीनार को बनाने और सुंदरता को बरकरार रखने के लिए कई प्राइवेट कंपनी ने भी हेरिटेज कंस्ट्रक्शन करने का प्लान किया था। इसमें जल मीनार के ऊपरी चबूतरे को राउंडं सेप में बनाना था। लेकिन यह भी अधर में अटक गया। अब इसके टूटने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। कई दफा निगम के कदम उठाने के बाद भी जल मीनार के संरक्षण का प्लान अब तक नहीं बन पाया, अब इसे बचाने की कवायद चल रही है।

Posted By: Inextlive